कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मालदा में हॉकरों द्वारा एक आरपीएफ कांस्टेबल की पीट-पीट कर की गयी हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि यह राज्य की कानून-व्यवस्था में केंद्र के हस्तक्षेप का परिणाम है. सुश्री बनर्जी ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि केंद्र को हॉकरों को हटाये जाने के बारे में राज्य सरकार को सूचित करना चाहिए था. आरपीएफ ने राज्य को इसके बारे में सूचित नहीं किया, क्योंकि यह रेलवे के अधिकार क्षेत्र में आता है.
उन्होंने कहा कि हॉकर व आरपीएफ, दोनों ने गलती की. इस समस्या के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, क्योंकि उसने राज्य की कानून व व्यवस्था में हस्तक्षेप किया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे में दुकान लगानेवाले लोग परेशानी में जीवन बसर करते हैं और उन्हें योजनाबद्ध ढंग से हटाया जाना चाहिए.
उन्हें अचानक से नहीं हटाया जाना चाहिए. गौरतलब है कि नाराज दुकान लगानेवाले लोगों ने सोमवार को मालदा स्टेशन परिसर में रेलवे संरक्षण बल कार्यालय पर हमला बोल दिया, जिसमें एक आरपीएफ कर्मचारी की मौत हो गयी और तीन अन्य घायल हो गये थे. यह हमला इसलिए किया गया, क्योंकि रेलवे सुरक्षा बल दुकान लगानेवालों को वहां कारोबार करने से मना कर दिया था.