कोलकाता: मोटर वैन चालकों की रैली के कारण बुधवार को महानगर बुरी तरह से अचल रहा. सियालदह व हावड़ा से भी रैलियां निकाली गयीं, जिनमें विभिन्न जिलों से आये मोटर वैन चालकों ने भाग लिया. मौके पर सारा बंगला मोटर वैन चालक यूनियन एटक के बैनर तले भी रैली निकाली गयी. यह रैली मध्य कोलकाता के सुबोध मल्लिक स्क्वायर पहुंची,जहां सभा आयोजित हुई. उधर, रैली के कारण आमलोगों को काफी तकलीफ का सामना करना पड़ा. एक तो भीषण गरमी ऊपर से ट्रैफिक जाम के कारण लोगों को काफी परेशानी हुई.
इधर, सुबोध मल्लिक स्क्वायर में सभा को संबोधित करते हुए संगठन के सचिव अशोक दास ने बताया कि राज्य सरकार मोटर वैन को मोटर वैहिकल एक्ट में नहीं शामिल नहीं करना चाहती है. इसलिए सरकार इसे बंद करने के निर्देश जारी कर रही है. ऐसी स्थिति में इससे जुड़े करीब 18 लाख लोगों के सामने रोजगार की समस्या खड़ी हो गयी है.
उन्होंने बताया मोटर वैन को मोटर वैहिकल एक्ट में शामिल करने के लिए संगठन की ओर से वाम मोरचा सरकार से भी मांग की गयी थी. उस समय सरकार से आश्वासन मिला था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब तृणमूल सरकार से भी मांग की जा रही है, लेकिन सरकार इससे मानने को तैयार नहीं है. सभा के बाद संगठन के पांच सदस्यों के नेतृत्व में राइटर्स बिल्डिंग में परिवहन मंत्री मदन मित्र को ज्ञापन भी सौंपा गया.
संगठन की प्रमुख मांगें
मोटर वैन चालकों को सरकार की ओर से लाइसेंस दिया जाये. सरकार मोटर वैन को बंद करने का निर्देश वापस ले. चालकों के लिए बीमा की व्यवस्था हो. चालकों पर पुलिसिया अत्याचार बंद हो आदि.