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घरवालों का आरोप: लापरवाही का शिकार हुआ अंकित

कोलकाता: इस्ट बंगाल के युवा क्रिकेटर अंकित राज केशरी की मौत के बाद भले ही सीएबी इसे एक सामान्य हादसे का मामला बता कर पल्ला झाड़ने में लगा है, लेकिन अंकित के परिजन उसकी मौत को हादसा मानने की बजाय इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने की कानूनी लड़ाई लड़ने का मन […]

कोलकाता: इस्ट बंगाल के युवा क्रिकेटर अंकित राज केशरी की मौत के बाद भले ही सीएबी इसे एक सामान्य हादसे का मामला बता कर पल्ला झाड़ने में लगा है, लेकिन अंकित के परिजन उसकी मौत को हादसा मानने की बजाय इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने की कानूनी लड़ाई लड़ने का मन बना चुके हैं.

उल्लेखनीय है कि सॉल्टलेक स्टेडियम में इस्ट बंगाल बनाम कालीघाट के मैच में आखिरी ओवर में 12वें खिलाड़ी के तौर पर टीम में मौजूद अंकित फिल्डिंग के लिए मैदान में उतरे थे. उसी समय कैच पकड़ने के समय अपने साथी सौरभ मंडल से टकराने के बाद वह जख्मी हो गये थे. घायल अवस्था में इस्ट बंगाल के सेक्रेटरी सदानंद मुखर्जी ने अंकित को बाइपास स्थित आमरी में चिकित्सा के लिए भर्ती कराया था.

परिवारवालों का कहना है कि रविवार को अंकित की हालत खराब होता देख कर उसके माता-पिता ने डॉक्टरों से उसकी चिकित्सा के लिए अनुरोध किया, लेकिन रविवार का दिन होने की वजह से वहां कोई भी वरिष्ठ डॉक्टर उपस्थित नहीं होने की बात कह कर अस्पताल प्रबंधन ने उन पर इलाज के लिए बकाया रुपये जमा करने का दबाव बनाया. रुपये जमा करने में असमर्थ अंकित की मां ने इसकी जानकारी क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल को दी. आरोप है कि एसोसिएशन के अधिकारी अंकित के इलाज के लिए रुपये जमा करवाने की बजाय उसे क्रिटिकल अवस्था में आमरी अस्पताल से डिस्चार्ज करवा लिये. आमरी अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा था कि अंकित की स्थिति डिस्चार्ज करवाने लायक नहीं है. अंकित के डिस्चार्ज रिपोर्ट में भी नॉट फिट फॉर डिस्चार्ज लिख दिया गया. इसके बाद अंकित को नाइटिंगल अस्पताल ले जाया गया. जहां अंकित ने दम तोड़ दिया.
सवाल यह है कि आमरी के डॉक्टर या फिर सीएबी के किसी अधिकारी ने इस बात की फिक्र को मुनासिब नहीं समझा कि नॉट फिट फॉर डिस्चार्ज के बावजूद अंकित को नाइटिंगल नर्सिग होम ले जाना मुनासिब होगा कि नहीं ?
अब अपने जिगर के टुकड़े को खो चुकी मां अपने पुत्र के इलाज में लापरवाही के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने का मन बना चुकी हैं. अंकित की मां इलाज में लापरवाही के गुनाहगारों को सजा दिलाना चाहती हैं. उनका कहना है कि अगर लापरवाह लोगों को दंड नहीं मिला तो भविष्य में किसी और अंकित को जान गंवानी पड़ सकती है.

घायल क्रिकेटर राहुल घोष की हालत स्थिर
सिर पर गेंद लगने से घायल हुए युवा क्रिकेटर राहुल घोष की हालत स्थिर बनी हुई है. नाइटिंगल अस्पताल में भर्ती राहुल के पिता अमिताभ घोष ने कहा कि अस्पताल के डॉक्टरों ने हमें बताया है कि राहुल की हालत स्थिर है, हालांकि अभी भी वह खतरे से बाहर नहीं है. उसे ऑपरेशन की जरुरत है या नहीं यह जानने के लिए डॉक्टर उसकी कुछ और मेडिकल जांच करेंगे. नाइटिंगल अस्पताल के डॉ सब्यसाची सेन ने बताया कि राहुल की नब्ज सही चल रही और रक्तचाप भी सामान्य है. वह बात कर रहा है और उसे भूख लग रही है. उसे चक्कर या मितली जैसा महसूस नहीं हो रहा है. डॉ सेन ने कहा कि फिर से उसका सीटी स्कैन और एमआरआइ होगा, जिससे यह साफ हो जायेगा कि दिमाग में किसी तरह का थक्का नहीं जमा है. हम किसी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं.

उसे अभी छुट्टी देने का कोई सवाल ही नहीं उठता है. यदि वह फिट होता है तो उसे सामान्य वार्ड में भेज दिया जायेगा. गौरतलब है कि मंगलवार को सॉल्टलेक स्थित सेंट्रल पार्क क्रिकेट ग्राउंड में कोलकाता पुलिस और विजय स्पोर्टिग क्लब के बीच क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) द्वारा आयोजित सेकेंड डिवीजन का मैच चल रहा था. कोलकाता पुलिस की टीम का सदस्य 20 वर्षीय राहुल उस समय कवर पर फिल्डिंग कर रहा था, तभी एक गेंद को रोकने के लिए उसने मैदान में डाइव मारा, पर गेंद बाउंस कर उसके कान के पीछे सर में जा लगी. गेंद से लगी चोट से घायल राहुल को फौरन मध्य कोलकाता स्थित नाइटिंगल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसका सीटी स्कैन इत्यादि करने के बाद उसे आइसीयू में भर्ती कर लिया. राहुल को उसके सिर के बायें हिस्से में चोट लगी है. हालांकि इस दौरान राहुल अपने घरवालों व साथियों से बात भी कर रहा था, पर एक दिन पहले हुए युवा क्रिकेटर अंकित केसरी की मौत की घटना को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहते थे.

दूसरी तरफ राज्य सरकार ने भी मदद का हाथ बढ़ा दिया है. राज्य के युवा कल्याण मंत्री अरूप विश्वास राहुल को देखने अस्पताल पहुंचे. श्री विश्वास ने कहा कि मुख्यमंत्री राहुल की शारीरिक स्थिति के बारे में बेहद चिंतित हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि राहुल के इलाज के लिए राज्य सरकार हरसंभव सहायता करेगी. उन्होंने कहा कि हमने राहुल के बेहतरीन इलाज के लिए अस्पताल प्रबंधन से बात की है और अस्पताल को यह आश्वासन दिया है कि उसके इलाज पर होने वाले खर्च की चिंता न की जाये.
अंकित की मौत से सदमे में था राहुल
मंगलवार को मैच के दौरान सिर पर लगी चोट से घायल हुए युवा क्रिकेटर राहुल घोष को साथी क्रिकेटर अंकित केशरी की मौत का गहरा सदमा लगा था. राहुल दिवंगत अंकित के साथ कई मैच खेल चुका था. सिर पर गेंद लगने से घायल हुए अंकित की सोमवार को उसी नाइटिंगल अस्पताल में मौत हुई, जहां मंगलवार को राहुल को भरती कराया गया. राहुल की चाची काजोरी घोष ने बताया कि राहुल और अंकित चुंचुड़ा में हुए एक क्रिकेट लीग में साथ-साथ खेले थे. राहुल उसे काफी अच्छी तरह जानता था. सोमवार को उसकी मौत की खबर सुनकर राहुल को जबरदस्त सदमा लगा था. उस दिन उसने किसी से अधिक बात नहीं की और रात में खाना खाने के बाद जल्दी सोने चला गया था.

उसके बाद राहुल के साथ यह घटना हो गयी. कानून की पढ़ाई कर रहे राहुल ने तीन वर्ष की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू किया था. अपनी पहचानवालों के बीच वह काफी चर्चित है. श्रीमती घोष ने बताया कि राहुल दूसरों से अलग-थलग रहना पसंद करता है, हम लोग बचपन से ही उसे क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित करते आ रहे हैं. श्रीमती घोष के अनुसार राहुल एक शानदार छात्र और आज्ञाकारी बेटा है. गौरतलब है कि बंगाल अंडर-19 टीम के पूर्व कप्तान व इस्ट बंगाल क्रिकेट टीम के सदस्य अंकित केशरी की सोमवार को नाइटिंगल अस्पताल में मौत हो गयी थी. शुक्रवार को सीएबी द्वारा संचालित एक नॉकआउट क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान एक कैच लेने की कोशिश में साथी खिलाड़ी सौरभ मंडल के साथ टकराने से वह बुरी तरह घायल हो गया था. तीन दिन तक अस्पताल में भरती रहने के बाद सोमवार को अंकित ने दम तोड़ दिया.

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