ममता बनर्जी ने जमीन बिल को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि बंगाल को सांप्रदायिक हिंसा की आग में झोंकने की कोशिश हो रही है. देश भर में गिरजाघर तोड़े जा रहे हैं. नरेंद्र मोदी के भाषण की नकल उतारते हुए उन्होंने कहा कि वह कैमरा देख कर ‘मित्रों’ कहते हैं और ‘मन की बात’ में झूठ कहते हैं लेकिन देश में मानों आपातकालीन स्थिति लागू करदेते हैं. लेकिन क्या ‘मन की बात ’ जब उनका दिमाग नहीं है. वह सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने में ही जुटे हुए हैं.
तृणमूल को दी गयी सीबीआइ की नोटिस के संबंध में उन्होंने कहा कि तृणमूल गरीब पार्टी है. हमसे जवाब मांगा जा रहा है. जवाब मांगने वालों का क्या अधिकर है. वह लगातार होने वाले चुनावों में इतना भारी खर्च करने वालों से जवाब मांगते हैं. तृणमूल अपना हिसाब चुनाव आयोग व आयकर विभाग को देती है. जब भी चुनाव आते हैं नोटिस भेजना शुरू हो जाता है. सुश्री बनर्जी ने कहा कि अब तो लगातार ‘पॉलिटिकल इंटरेस्ट लिटिगेशन’ दायर किया जा रहा है. उन्हें भाषण देने से रोकने के लिए भी मामला किया गया. ममता बनर्जी ने दावा किया कि निगम व नगरपालिका चुनाव शांतिपूर्ण होंगे. उनका कहना था कि जो राज्य में आतंक का आरोप लगा रहे हैं उन्हें याद रखना चाहिए कि यहां लोकतंत्र है इसलिए ही वह आरोप लगा पा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा, माकपा व कांग्रेस मिले हुए हैं.