दोनों टीम के दोनों सदस्य रविवार को खाली हाथ लौट आये. सूत्रों का कहना है कि यूपी व झारखंड के जिन इलाकों में दोनों टीम गयी थी दोनों ही जगहों में पहुंचने से पहले गिरोह के सदस्य भाग निकले. जिसके कारण पुलिस इन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी. वहीं एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि महानगर में एसटीएफ के मुखबिर के अलावा एसटीएफ के खुद के नेटवर्क को अलर्ट कर दिया गया है.
एसटीएफ अधिकारियों का अब भी दावा है कि इसके पहले गिरोह से जुड़े जिन लोगों का सुराग मिला था, उन पर अब भी नजर रखा जा रहा है. जैसे ही वह गिरोह किसी अन्य सदस्य से संपर्क करते है, तुरंत उसी समय उन्हें दबोच लिया जायेगा. अधिकारियों का कहना है कि उनकी प्राथमिकता सिर्फ गिरोह के सदस्यों को पकड़ना नहीं है, उनकी प्राथमिकता इस गिरोह के तह तक पहुंचना है. जिसके कारण इस गिरोह के अन्य सदस्य को दबोचने में देर हो रही है. ज्ञात हो कि कोलकाता पुलिस के एसटीएफ की टीम ने मानिकतल्ला इलाके के सीआइटी रोड से 10 करोड़ रुपये के जाली नोट व तकरीबन 50 करोड़ से ज्यादा विदेशी मुद्रा समेत चंद्रशेखर जयसवाल नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. वह इलाके में स्क्रैप का धंधा करने के साथ जाली नोट बनाने के धंधा शुरू कर दिया था.