इस गलियारे से छत्तीसगढ़ से कोयले और अन्य माल की ढुलाई के अलावा यात्रियांे के आवागमन में भी सुविधा होगी. कोल इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बोर्ड की पिछली बैठक में छत्तीसगढ़ में पूर्वी गलियारा रेलवे परियोजना को मंजूरी दी गयी. करीब 180 किलोमीटर का पूर्वी गलियारा खरसिया-चहल-घरघोड़ा-कोरिछप्पर-धरमजयगढ़-कोरबा के रास्ते से गुजरेगा और यह गारे-पेल्मा ब्लॉक की खानों को जोड़ेगा.
इस परियोजना का विकास विशेष कंपनी छत्तीसगढ़ ईस्ट रेल लिमिटेड और साउथ इस्टर्न कोलफील्ड्स द्वारा किया जायेगा, जिसकी परियोजना में 64 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. परियोजना में भारतीय रेल प्रवर्तित इरकॉन की 26 प्रतिशत तथा छत्तीसगढ़ सरकार की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी.