सुभान स्वतंत्रता की लड़ाई के बाद देश से भाग गया था और अगस्त 1975 में तख्तापलट के बाद वापस लौटा था. इस तख्तापलट के जरिये स्वतंत्रता के बाद बनी सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया गया था. अन्य जमात नेताओं के साथ युद्ध अपराधों संबंधी आरोपों में गिरफ्तार किये जाने के बाद सुभान के खिलाफ गत वर्ष दिसंबर में अभियोग चलाया गया था. बांग्लादेश में युद्ध अपराधों संबंधी मामलों की सुनवाई के लिए प्रधानमंत्री शेख हसीना की धर्मनिरपेक्ष सरकार ने वर्ष 2010 में दो विशेष न्यायाधिकरणों का गठन किया था, जिसने अब तक 13 लोगों को मृत्युदंड दिया है. इनमें से अभी तक केवल जमात के संयुक्त महासचिव अब्दुल कादिर मुल्ला को ही फांसी दी गयी है.
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बांग्ला जमात दो अंतिम
सुभान स्वतंत्रता की लड़ाई के बाद देश से भाग गया था और अगस्त 1975 में तख्तापलट के बाद वापस लौटा था. इस तख्तापलट के जरिये स्वतंत्रता के बाद बनी सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया गया था. अन्य जमात नेताओं के साथ युद्ध अपराधों संबंधी आरोपों में गिरफ्तार किये जाने के बाद सुभान के […]
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