आरोपियों के पास से कोलकाता रेल भरती बोर्ड के कई फर्जी दस्तावेज के साथ कई लोगों की सूची भी बरामद की गयी है. सीआइबी ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर गुरुवार को सियालदह रेल राजकीय पुलिस (जीआरपी) को सौंप दिया.
Advertisement
रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे ठगी, सियालदह से दो गिरफ्तार
कोलकाता: रेलवे सुरक्षा बल के क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच (सीआइबी) ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करनेवाले एक गिरोह के दो सदस्यों को दबोचा है. दोनों को गुरुवार को सियालदह स्टेशन एरिया से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों के नाम चंद्र मौली त्रिपाठी (60) और तारकेश्वर मिश्र (55) है. चंद्रमौली गोरखपुर का रहनेवाला है, […]
कोलकाता: रेलवे सुरक्षा बल के क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच (सीआइबी) ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करनेवाले एक गिरोह के दो सदस्यों को दबोचा है. दोनों को गुरुवार को सियालदह स्टेशन एरिया से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों के नाम चंद्र मौली त्रिपाठी (60) और तारकेश्वर मिश्र (55) है. चंद्रमौली गोरखपुर का रहनेवाला है, जबकि तारकेश्वर हावड़ा के बेलुर का निवासी है.
जीआरपी ने गुरुवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने उन्होंने सात दिनों तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया. दोनों सियालदह स्टेशन पर दो युवक सत्येंद्र तिवारी और ब्रजेश यादव को फरजी नियुक्ति पत्र देनेवाले थे. नौकरी के बदले दोनों युवकों से आरोपियों ने साढ़े तीन करके रुपये मांगे थे. एक अभ्यर्थी ब्रजेश यादव ने सीआइबी को पूरी जानकारी पहले से ही दे दी थी, जिसके आधार पर जाल बिछा कर दोनों को पकड़ लिया गया.
सियालदह के डिवीजनल सुरक्षा आयुक्त अंजनी कुमार सिन्हा ने बताया कि यह आरपीएफ के लिए यह एक बड़ी कामयाबी है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से कोलकाता भर्ती बोर्ड के कई फर्जी दस्तावेज भी बरामद किये गये हैं. आरोपियों से पूछताछ कर हम इसके मास्टर माइंड के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं. हालांकि आरोपी जिस होटल में रुके हुए थे, वहां की तलाशी लेने के बाद हमें अन्य कई लोगों की सूची भी बरामद हुई है.
श्री सिन्हा ने बताया कि आरोपियों ने ब्रजेश यादव और सत्येंद्र तिवारी से रेलवे में नौकरी दिलाने के एवज में साढ़े तीन लाख रुपये की मांग की थी. दोनों से एक-एक लाख रुपये पहले ही लिये जा चुके थे और गुरुवार को नियुक्ति पत्र के साथ पूरे रुपये देने की बात थी. हालांकि इसी दौरान ब्रजेश को शक हुआ और उसने आरपीएफ से संपर्क किया और सारी जानकारी दे दी.
घटना की जानकारी होते ही क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच हरकत में आया. डिवीजनल सुरक्षा आयुक्त अंजनी कुमार ने सीआइबी व अन्य विभाग से साथ एक टीम बनायी. अभ्यर्थी ब्रजेश से कहा गया कि तुम नौकरी दलालों को सियालदह स्टेशन एरिया में गुरुवार के दिन बुलाओ. बेहद गोपनीय तरीके से सारे प्लान को अंजाम देने के बाद गुरुवार को मिलने के स्थान पर सीआइबी की टीम तैनात हो गयी और दोनों को आते ही रंगे हाथों दोनों को गिरफ्तार कर लिया. चंद्रमौली त्रिपाठी धर्मतल्ला के एक होटल में ठहरा हुआ था. आरोपियों से पूछताछ में छपरा निवासी रवि प्रताप का नाम सामने आया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement