कोलकाता: मोबाइल के इस दौर में पुलिसवालों के अच्छे काम को दरकिनार कर उनके प्वाइंट एक प्रतिशत गलत काम को मीडिया में प्राथमिकता से दिखाया जाता है. इसीलिए अब पुलिस नो मिस्टेक वर्क के फॉमरूले पर काम करना शुरू कर दे. राज्य पुलिस के वार्षिक सम्मान समारोह में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिसकर्मियों को कुछ इसी तरह की सलाह दी.
उन्होंने पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिसवाले कभी जानबूझ कर गलती नहीं करते, उनसे गलतियां हो जाती हैं, यह वो जानती है लेकिन लोग नहीं जानते. मोबाइल के इस युग में पुलिसकर्मियों की छोटी से छोटी गलती की तसवीर खींच कर चैनलों में भेज दी जाती है, जो टीवी में सुर्खियां बन जाती हैं.
इसके कारण अब पुलिसकर्मियों को पहले से और अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है. वे जितने भी अच्छे काम कर रहे हैं, उनमें से प्वायंट वन प्रतिशत गलतियों को भी उन्हें सुधारना होगा. पुलिस के सभी बुरे काम से सरकार की बदनामी होती है, यह उन्हें ध्यान में रख कर काम करना होगा. अब के जमाने में पुलिस को लाठी या हथियार से नहीं लोगों को समझा कर उन्हें अपना काम करना होगा. इसी से पुलिस की छवि सुधरेगी. इसके कारण अब से पुलिसकर्मी इसी फॉमरूले को मान कर चलना शुरू कर दे, जिससे उनकी और सरकार की छवि पर दाग ना लगे.
राज्य पुलिस के इस सम्मान समारोह में 74 पुलिसकर्मियों को सेवा पदक, निष्ठा पदक व प्रशंसा पदक दिया गया. इसके अलावा हुगली जिले को बेहतरीन जिला घोषित किया गया. विधाननगर दक्षिण थाने को बेस्ट इंडस्ट्रीयल थाना व पश्चिम मेदिनीपुर के बीनपुर थाने व आसनसोल के फरीदपुर थाने को बेस्ट रूरल थाना घोषित किया गया. इसके अलावा इस मौके पर चार आम जनता को उनके साहसी कार्य के लिए ब्रेवरी अवार्ड दिया गया. नौ सिविल पुलिसकर्मी और वॉलेंटियर को भी ब्रेवरी अवार्ड से सम्मानित किया गया. इसके अलावा इस कार्यक्रम में चार पुलिसवालों को मामले की बेहतरीन जांच करने के लिए अवार्ड से सम्मानित किया गया.