सृंजय बोस के पिता टुटु बोस तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर पहले राज्य सभा के सांसद बने थे और इसके साथ ही उनका राजनीति में प्रवेश हुआ था. टुटु बोस के बाद उनके पुत्र सृंजय बसु ने तृणमूल राज्यसभा सांसद बने. सारधा चिटफंड कंपनी के मालिक सुदीप्त सेन ओर से प्रकाशित समाचार पत्रों के प्रकाशन में सृंजय व गिरफ्तार निलंबित तृणमूल सांसद कुणाल घोष की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है, लेकिन सारधा रियल्टी मामले बोस की गिरफ्तारी के बाद तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ उनकी दूरी बढ़ी थी तथा सृंजय बोस के परिवार का मानना है सृंजय बोस के परिवार ने तृणमूल कांग्रेस के लिए बहुत काम किया है, लेकिन गिरफ्तारी के बाद तृणमूल कांग्रेस ने उनका साथ नहीं दिया है.
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सृंजय बोस ने पार्टी को अलविदा कहा
कोलकाता: सारधा घोटाले को लेकर आरोपों का सामना कर रही तृणमूल कांग्रेस को झटका देते हुए पार्टी सांसद सृंजय बोस ने गुरुवार को पार्टी और राज्यसभा की सदस्यता दोनों से इस्तीफा दे दिया और कहा कि उन्होंने महसूस कर लिया है कि राजनीति उनके ‘वश की बात’ नहीं है. सारधा घोटाले के सिलसिले में सशर्त […]
कोलकाता: सारधा घोटाले को लेकर आरोपों का सामना कर रही तृणमूल कांग्रेस को झटका देते हुए पार्टी सांसद सृंजय बोस ने गुरुवार को पार्टी और राज्यसभा की सदस्यता दोनों से इस्तीफा दे दिया और कहा कि उन्होंने महसूस कर लिया है कि राजनीति उनके ‘वश की बात’ नहीं है.
सारधा घोटाले के सिलसिले में सशर्त जमानत पर रिहा किये जाने के एक दिन बाद ही बोस ने इस्तीफा दे दिया. केद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें घोटाले के सिलसिले में नवंबर में गिरफ्तार किया था और 75 दिनों तक सीबीआइ तथा न्यायिक हिरासत में रहने के बाद उन्हें सशर्त जमानत मिली है.
उन्होंने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘मैं सूचित करना चाहूंगा कि मैंने तत्काल प्रभाव से राज्यसभा की अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. मैंने तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा देने का फैसला किया है.’ उनके इस्तीफे के बाद पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा में तृणमूल के मुख्य सचेतक डेरेक ओ ब्रायन ने आरोप लगाया कि बोस पर ‘काफी दबाव ’ था. तृणमूल कांग्रेस की वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान में ब्रायन ने कहा, ‘हम कुछ समय से कहते रहे हैं कि केंद्र में सत्तारुढ पार्टी की ओर से बोस पर भारी दबाव बनाया गया है. उन्हें कल जमानत पर रिहा किया गया. उन्होंने आज इस्तीफा दे दिया. हमें खुशी है कि उन्हें कल ‘आजादी’ मिल गयी.’ उल्लेखनीय है कि सृंजय बोस बांग्ला अखबार संवाद प्रतिदिन के मालिक हैं. वह तृणमूल कांग्रेस के मुखपत्र जागो बांग्ला के पूर्व संपादक रह चुके हैं.
सृंजय की ओर से जारी प्रेस बयान में कहा गया है :जेल हिरासत के दौरान उन्हें आभास हुआ है कि राजनीति उनके वश की बात नहीं है. मेरे परिवार विशेष रूप से मेरी मां और मेरी पत्नी के दबाव में मैं यह निर्णय लेने के लिए बाध्य हुआ हूं. मैं दीदी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुङो एक सांसद के योग समझा.
मैं सूचित करना चाहूंगा कि मैंने तत्काल प्रभाव से राज्यसभा की अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. मैंने तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा देने का फैसला किया है.
संृजय बोस, पूर्व तृणमूल नेता
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