सारधा घोटाले के खिलाफ शहीद मीनार मैदान में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि कपिल सिब्बल के इस कदम के खिलाफ हम लोगों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिख कर अपना विरोध जता दिया है. श्री चौधरी ने इलजाम लगाया कि सारधा घोटाले के फंदे से बचने के लिए ममता बनर्जी ने कपिल सिब्बल का हाथ पकड़ा है. कपिल सिब्बल कांग्रेस नेता से पहले एक वकील हैं और डॉक्टर की तरह वकील भी किसी की जाति, धर्म व पेशा देख कर वकालत नहीं करता है. अतीत में भाजपा नेता रामजेठ मलानी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों एवं वर्तमान वित्त मंत्री अरुण जेटली भोपाल गैस त्रसदी में यूनियन कार्बाइड की वकालत कर चुके हैं.
पर इसके बावजूद हम कपिल सिब्बल के इस कदम का विरोध कर सकते हैं. इसलिए हमने यह फैसला किया है, जब तक वह प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहेंगे, तब तक वह कपिल सिब्बल को राज्य कांग्रेस के किसी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करेंगे. श्री चौधरी ने कहा कि कपिल सिब्बल के इस कदम के बावजूद सारधा घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ कांग्रेस के आंदोलन में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आयेगी.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी इस घोटाले के आरोप लग रहे हैं. इसलिए जब तक वह इन आरोपों से बरी नहीं हो जाती है, उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में अभी भाजपा की सरकार है. इसलिए भाजपा को चाहिए कि वह सारधा घोटाले के पीड़ितों को हर्जाना दिलवाये. तृणमूल कांग्रेस के साथ किसी भी प्रकार के गंठजोड़ की संभावना खारिज करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस अपने दम पर राजनीति करेगी.
हमें किसी के कंधे पर चढ़ कर दुनिया देखने का शौक नहीं है. हमें किसी की दया नहीं चाहिए. सभा को संबोधित करते हुए पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मानस भुईंया ने कहा कि इस सभा का लक्ष्य शक्ति प्रदर्शन नहीं है, बल्कि इस सभा के द्वारा हम राज्य वासियों के सामने अपनी बात रखना चाहते हैं. माकपा को लोग खारिज कर चुके हैं. साढ़े तीन वर्ष के अंदर तृणमूल जेट की रफ्तार में पतन कर रही है. नौ महीने में भाजपा के दावों की भी पोल खुल चुकी है. ऐसे में केवल कांग्रेस ही इस राज्य में विकल्प है. भाजपा की समाज को तोड़ने वाली नीति की इस राज्य में कोई जगह नहीं है. सभा में कांग्रेस प्रभारी शकील अहमद खान, सांसद मौसम नूर, अबु हाशिम खान चौधरी, माला राय व अन्य उपस्थित थे.