सूत्रों के अनुसार उनके इलाज की पूरी व्यवस्था की गयी थी, इधर जरूरत पड़ने पर उन्हें एसएसकेएम अस्पताल भी ले जाने का इंतजाम भी कर लिया गया था. ध्यान रहे कि विगत 19 दिसंबर अस्वस्थ होने की शिकायत पर मदन मित्रा को एसएसकेएम अस्पताल में भरती कराया गया. कई दिनों के टेस्ट व चिकित्सीय जांच के बाद विगत 27 दिसंबर को अपराह्न अस्पताल में गठित मेडिकल बोर्ड ने मदन मित्रा के स्वस्थ होने व डिस्चार्ज होने का फैसला लिया था. मेडिकल बोर्ड की हरी झंडी मिलने के बाद ही 28 दिसंबर की सुबह उन्हें डिस्चार्ज कर वापस संशोधनागार ले जाया गया था. अब वापस मदन मित्रा की तबीयत बिगड़ने की शिकायत से पहले किये इलाज को लेकर कई सवाल उठाये जा रहे हैं.
सारधा कांड में कुछ ऐसे तथ्य मिले हैं, जिससे मुकुल से पूछताछ काफी अहम बना हुआ है. सूत्रों के मुताबिक ऐसे समय में मदन मित्रा से एक बार फिर पूछताछ कर सीबीआइ सुदीप्त सेन से जुड़ी अन्य कड़ी ढूंढ़ने का प्रयास करना चाहती है. करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाला मामले में गिरफ्तार परिवहन मंत्री मदन मित्रा की अदालत में शुक्रवार को पेशी होगी. विगत दो जनवरी को उन्हें अलीपुर अदालत में पेश किया गया था, जहां उनकी जमानत याचिका खारिज कर 16 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेजे जाने का निर्देश दिया गया था.