पासपोर्ट साईज फोटो है कोलकाता. जहां अधिक भीड़ जुटती है वहीं लोग जाना पसंद करते है. सम्मानित होने समझने लगतेे है कि मैं बड़ा आदमी बन गया. लेकिन वास्तविकता इससे परे है. बिना हरि कृ पा के प्रतिष्ठा नहीं मिलती. नागरिक स्वास्थ्य संघ की ओर से आयोजित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. मोहनलाल दुजारी की स्मृति में आयोजित पांच दिवसीय हनुमंत कथा के प्र्नथम दिन संत श्री मुरलीधरजी महाराज(जोधपुर)ने कहा कि खुद को पहचानने के बाद संसार फीका लगने लगता है. जिसका मन स्थिर है वह सुखी है. घमंड का परिणाम सुखद नहीं होता. घमंड नारदजी का भी नहीं रहा. मन में घमंड का आना, मतलब पतन को न्यौता देना है. अपने व्यस्त समय में से कुछ समय निकालकर हरि का भजन या उनका सुमिरन करों. इससे मन को शांति मिलती है और साथ ही भगवान की कृपा भी बढ़ती है. महाराजश्री ने कहा कि प्रंशसा सुनकर फूलो नहीं. पाप को त्यागो और धर्म को अपनाओ.आज की कथा के मुख्य यजमान अशोक तोदी द्वारा सप्तनीक मानस व व्यास पीठ के पूजन के बाद प्रवचन कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ. सत्यनारायण तिवाड़ी ने गणेश वंदना की. संतलाल जैन, बालचंद चांडक, शिवदयाल व्यास, ललित गनेड़ीवाल, मनोज सिंह पाराशर सहित सैकड़ों भक्तों ने कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज करायी. संचालन संयोजक महावीर प्रसाद रावत ने किया.
Advertisement
हरि कृपा से मिलती प्रतिष्ठा: मुरलीधरजी
पासपोर्ट साईज फोटो है कोलकाता. जहां अधिक भीड़ जुटती है वहीं लोग जाना पसंद करते है. सम्मानित होने समझने लगतेे है कि मैं बड़ा आदमी बन गया. लेकिन वास्तविकता इससे परे है. बिना हरि कृ पा के प्रतिष्ठा नहीं मिलती. नागरिक स्वास्थ्य संघ की ओर से आयोजित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. मोहनलाल दुजारी की स्मृति में […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement