जलपाईगुड़ी: कोल्डस्टोरेज में आलू के बीज खराब होने के कारण उचित मुआवजे की मांग को लेकर कई किसान धरने पर बैठ गये हैं. यह घटना धूपगुड़ी ब्लॉक के सालबाड़ी हजारीलाल कोल्डस्टोरेज की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, कोल्डस्टोरेज में आलू के बीज रखने वाले किसान उचित मुआवजे की मांग को लेकर मंगलवार से कोल्डस्टोरेज के सामने धरना-प्रदर्शन कर रहे थे. प्रबंधन द्वारा कोई उपयुक्त आश्वासन नहीं मिलने के बाद देर रात यह लोग कोल्डस्टोरेज कार्यालय के सामने अनशन पर बैठ गये.
किसानों का कहना है कि आलू बीज के सड़ जाने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कोल्डस्टोरेज प्रबंधन की बैठक हुई थी और उसमें किसानों को प्रति पैकेट 13 सौ रुपये के दर से मुआवजा देने की बात हुई थी. लेकिन अब मुआवजा देने के समय कोल्डस्टोरेज प्रबंधन की ओर से आनाकानी की जा रही है. लिखित समझौता होने के बाद भी प्रबंधन की ओर से किसानों को 13 सौ रुपये के स्थान पर प्रति पैकेट 700 रुपये देने की बातचीत की जा रही है.
इससे किसानों को भारी नुकसान होगा. किसानों का कहना है कि जब तक उन्हें समझौते के हिसाब से मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक वह लोग अपना अनशन जारी रखेंगे. दूसरी तरफ कोल्डस्टोरेज प्रबंधन की ओर से संदीपन सरकार का कहना है कि कोल्डस्टोरेज के मालिकों की गलती की वजह से ही इतनी बड़ी समस्या हुई है. उन्होंने कहा कि खराब आलू के बीज का नमूना परीक्षण के लिए भेजा गया था. परीक्षण के बाद जो रिपोर्ट आयी है उसमें कहा गया है कि कोल्डस्टोरेज की वजह से आलू के बीज में गड़बड़ी नहीं हुई है. मालिकों ने रिपोर्ट देखे बगैर ही मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जिसकी वजह से स्थिति इतनी बिगड़ गयी है. श्री सरकार ने बताया कि 525 किसानों को पहले ही बेवजह मुआवजे की राशि दे दी गयी है. मुआवजा देने के चक्कर में डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक का ऋण हो गया है. इसी वजह से वह लोग अब किसानों को प्रति पैकेट 700 रुपये की दर से मुआवजा देना चाह रहे हैं.