ढाका : भारतीय और बांग्लादेशी सुरक्षा बल सीमा से लगे इलाकों में इसलामी चरमंपथियों के खिलाफ एक साथ छापेमारी करने की योजना बना रहे हैं. दोनों देशों ने दोनों तरफ सक्रिय आतंकी सदस्यों की सूची का आदान-प्रदान भी किया है. अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. बांग्लादेश के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘एक साथ अभियान चलाना महत्वपूर्ण है, ताकि चरमपंथी गिरफ्तारी से बचने के लिए छिपने का ठिकाना नहीं पायें.’
एनआइए के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल चार दिवसीय दौरे पर बर्दवान विस्फोट की जांच के संदर्भ में बांग्लादेश पहुंचा था. पिछले माह हुए इस धमाके के पीछे जामातुल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) का हाथ बताया गया है. पुलिस को संदेह है कि भगोड़े चरमपंथियों की संख्या 260 है, जो सीमावर्ती इलाकों में छिपे हैं और सक्रिय हैं.
62 संदिग्धों की सूची सौंपी
एनआइए और बांग्लादेश की ‘रैपिड एक्शन बटालियन’ (आरएबी) ने उन जेएमबी सदस्यों तथा इसलामी चरमपंथियों की सूची का आदान-प्रदान किया है, जिनके दोनों देशों में छिपे होने की आशंका है. एनआइए के दल ने बांग्लादेश के गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों तथा सुरक्षा एजेंसियों के लोगों से मुलाकात की. अधिकारियों ने कहा कि महानिदेशक शरद कुमार के नेतृत्ववाले एनआइए के दल ने बर्दवान विस्फोट के 11 संदिग्धों की सूची सौंपी. दूसरी तरफ आरएबी ने 51 भगोड़े बांग्लादेशियों की सूची सौंपी, जिनमें 10 लोगों को जेएमबी का सदस्य बताया गया है तथा इस सूची में हूजी के कई सदस्यों के नाम भी शामिल हैं.