कोलकाता: फरजी चेक बना कर बैंक से दो करोड़ की धोखाधड़ी के आरोप में एक निजी कंपनी के दो कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के नाम अशोक कुमार गुप्ता और नवीन राजगड़िया बताये गये है. दोनों को हावड़ा और बेहला स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया. पुलिस इस घटना के मुख्य आरोपी की तलाश कर रही है.
क्या था मामला : संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि गत वर्ष आठ दिसंबर को उल्टाडांगा के एक निजी बैंक में तिरुपति ट्रेडर्स नामक एक कंपनी की तरफ से 1.99 करोड़ रुपये का एक चेक जमा करवाया गया. यह चेक गुजरात नरेंद्र वैली फर्टिलाइजर कारपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा जारी किया गया था.
चेक जमा करने के तीन दिन बाद यह चेक की रकम तिरुपति ट्रेडर्स के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया. कैश ट्रांसफर होते ही तिरुपति ट्रेडर्स की तरफ से छह लाख 75 हजार रुपये नकद निकाले गये, जबकि एक करोड़ 92 लाख रुपये को एक अन्य अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया. दूसरी तरफ, गुजरात नरेंद्र वैली फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से चेक जारी नहीं करने की बात कही गयी.
चेक बुक नकल करने का हुआ खुलासा : गुजरात नरेंद्र वैली फर्टिलाइजर कारपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा जारी जिस नंबर का चेक उल्टाडांगा ब्रांच में डाला गया था. उस नंबर का चेक उस कंपनी के पास सुरक्षित था. बैंक अधिकारियों द्वारा जांच करने पर पता चला कि इस चेक के नंबर व हस्ताक्षर की नकल कर नकली चेक तैयार किया गया.
बैंक की तरफ से उल्टाडांगा थाने में गत 11 दिसंबर को इसकी शिकायत दर्ज करायी गयी. पल्लव कांति घोष ने बताया : कोलकाता पुलिस के बैंक धोखाधड़ी विभाग ने मामले की जांच करते हुए अशोक कुमार गुप्ता और नवीन राजगड़िया को गिरफ्तार किया. हालांकि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक टीम सूरत के लिए रवाना हुई है. जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा.