कोलकाता: सरकारी व सरकारी अनुदान प्राप्त स्कूल-शिक्षकों की नाक में नकेल कसने की राज्य सरकार ने तैयारी कर ली है. नियमित रूप से स्कूलों में उपस्थित नहीं होने व विलंब से स्कूल आने वाले शिक्षकों की अब खैर नहीं है. स्कूल के शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक लिखित अधिसूचना सोमवार को कई स्कूलों में भेजी गयी है.
इसमें कहा गया है कि सभी स्कूल शिक्षकों को प्रार्थना के 15 मिनट पहले स्कूल में उपस्थित होना पड़ेगा. पहले शिक्षक पौने ग्यारह या ग्यारह बजे तक स्कूल में पहुंचना होता था. अब सभी शिक्षकों को 10.30 तक उपस्थित रहने का फरमान जारी किया गया है. सोमवार को यह लिखित सूचना स्कूलों में पहुंचने के बाद शिक्षक वर्ग सावधान हो गया है. कुछ हेडमास्टरों का कहना है कि सर्व शिक्षा मिशन में यह भ्रांति फैलायी जा रही है कि स्कूल में शिक्षक न तो समय पर आते हैं और न ही नियमित कक्षाएं ले रहे हैं. इसके बाद सरकार शिक्षकों पर अंकुश लगाना शुरु कर दी है.
वहीं कुछ शिक्षकों ने सरकार के इस नये निर्णय का स्वागत किया है. इस नये सकरुलर में कहा गया है कि हेडमास्टर सहित सभी शिक्षकों को स्कूल की प्रार्थना (पौने ग्यारह बजे) से 10-15 मिनट पहले आना होगा. 10.50 पर क्लास में घुसना होगा. 11.05 पर आने वाले शिक्षकों की उपस्थिति रजिस्टर में गैर-उपस्थिति दर्ज की जायेगी. इस फरमान को लेकर शिक्षकों में अफरा-तफरी है.