नागरिकता कानून में संशोधन लागू करने के लिए भाजपा राज्यों को बाध्य नहीं कर सकती : ममता

दीघा (पश्चिम बंगाल) : भाजपा नीत केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता कानून में संशोधन किये जाने की आलोचना करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि ‘वह किसी भी सूरत’ में इसे अपने राज्य में लागू नहीं करने देंगी. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने यहां सवांददाता सम्मेलन में कहा कि […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 13, 2019 8:32 PM

दीघा (पश्चिम बंगाल) : भाजपा नीत केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता कानून में संशोधन किये जाने की आलोचना करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि ‘वह किसी भी सूरत’ में इसे अपने राज्य में लागू नहीं करने देंगी. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने यहां सवांददाता सम्मेलन में कहा कि भगवा पार्टी कानून को लागू करने के लिए राज्यों को बाध्य नहीं कर सकती.

ममता ने कहा, ‘हम कभी भी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और नागरिकता कानून को बंगाल में अनुमति नहीं देंगे. हम नागरिकता कानून में संशोधन को लागू नहीं करेंगे, भले ही इसे संसद ने पारित किया है. भाजपा राज्यों को इसे लागू करने के लिए बाध्य नहीं कर सकती.’ राज्य में सिलसिलेवार विरोध प्रदर्शनों की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से जुड़े समारोह से संबंधित बैठक में शामिल होने के लिए प्रस्तावित दिल्ली यात्रा भी रद्द कर दी है.

उन्होंने कहा, ‘नागरिकता कानून भारत को विभाजित करेगा. जब तक हम सत्ता में हैं, राज्य के एक भी व्यक्ति को भी देश नहीं छोड़ने देंगे.’ जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की प्रस्तावित असम यात्रा का संदर्भ देते हुए ममता ने कहा कि यह देश की साख पर ‘धब्बा’ होगा. अगर पूर्वोत्तर में नागरिकता कानून के विरोध के चलते वह अपनी यात्रा रद्द कर देते हैं. उल्लेखनीय है कि आबे का गुवाहाटी दौरा रद्द हो गया है.

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