कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के आंचलिक अध्यक्ष सुनील हलदार (48) की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी शाहजहां मुल्ला व अन्य चार को मंगलवार की रात गिरफ्तार किया. पुलिस का दावा है कि शाहजहां ने हत्या की बात कबूल कर ली है.
शनिवार को बेहला में जिला तृणमूल कांग्रेस की बैठक में हिस्सा लेने के बाद सुनील घर नहीं लौटे. मंगलवार को पुलिस ने दक्षिण 24 परगना के लाभपुर में उनकी लाश बरामद की. हत्यारों ने उसकी लाश जमीन में गाड़ दी थी. पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि कुलतली के खोया इलाके में शाहजहां ने एक सरकारी जमीन पर कब्जा कर उस पर कुछ दुकानें बनवा ली थीं, जिसका सुनील हलदार ने विरोध किया था. सुनील के इस विरोध से नाराज शाहजहां ने अपने साथियों के साथ मिल कर उसकी हत्या की साजिश रची थी. शनिवार को जब सुनील हलदार घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में उनका अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गयी.
हत्या के समय शाहजहां घटनास्थल पर मौजूद नहीं था. बुधवार सवेरे जयनगर की तृणमूल सांसद प्रतिमा मंडल कुल्तली के नलगोड़ा स्थित सुनील हलदार के घर गयीं और परिजनों को सांत्वना दिया.
गौतम दास हत्याकांड में दो गिरफ्तार
शराब पीला कर गौतम दास को मारने के बादशव को रेल पटरी पर फेंकने के आरोप में बारासात जीआरपी ने मंगलवार रात एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया. उनके नाम संजीव दास व कमला दास हैं. कमला दास आमडांगा की रहनेवाली है. पुराने विवाद की वजह से कमला दास ने गौतम दास की हत्या करने के लिए 30 हजार रुपये दिये थे. संजीव ने अपने कुछ साथियों के साथ मिल कर गौतम दास को शराब पिलायी और हत्या के बाद शव को रेल पटरी पर फेंक दिया. शव ट्रेन से कट गया. गौतम आामडांगा के आगहाट गांव का रहनेवाला था. उसका शव मंगलवार शाम बीड़ा इलाके के छोटो वामनिया से जब्त किया गया. दोनों को बुधवार को बारासात कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने दोनों को सात दिनों की पुलिस हिरासत में रखने का निर्देश दिया.