कोलकाता: इंटरनेट के जरिये एक विदेशी दूध कंपनी खोल कर प्योर दूध की जांच करने की मशीन खरीदने का टेंडर भेज कर एक अन्य कंपनी को 1.5 लाख रुपये का चूना लगाने के आरोप में कोलकाता पुलिस के साइबर सेल की टीम ने एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है. दबोचे गये आरोपी का नाम विकास चंद सरकार (54) है. वह उत्तर 24 परगना जिले के बरानगर का रहने वाला है.
इसके पहले भी तीन अन्य कंपनियों से ठगी के नाम पर उसे तीन बार गिरफ्तार किया जा चुका है. वर्ष 2012 में अंतिम बार उसे साइबर केश में गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद वह जमानत पर रिहा होकर फिर से यह धंधा शुरू कर दिया. पीड़ित कंपनी के मालिक अमित सेन ने इस वर्ष 31 मार्च को उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी.
कैसे करता था ठगी
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि विकास चंद सरकार ने वेस्ट मिजोरम डिस्टिक को-ऑपरेशन मिल्क प्रोड्यूशर यूनियन लिमिटेड नामक एक कंपनी खोली थी. इस कंपनी के नाम पर एक इमेल आइडी तैयार कर दक्षिण कोलकाता के एसपी मुखर्जी रोड में स्थित दूध जांच करने की मशीन बेचने वाली एक निजी कंपनी से इमेल के जरिये संपर्क किया. एक करोड़ पांच लाख 94 हजार रुपये की लागत से एक बेहतरीन मशीन खरीदने का टेंडर इस कंपनी को दिये जाने की जानकारी दी गयी. एडवांस में प्रथम किस्त व मशीन डिलीवरी लेने के बाद बाकी रकम अदा करने की बात मेल में लिखी हुई थी.
टेंडर का फीस के नाम पर मांगे 1.5 लाख
पीड़ित कंपनी के मालिक अमित सेन ने शिकायत में पुलिस को बताया कि मशीन खरीदने का टेंडर फीस के रुप में उनकी कंपनी से एक लाख 49 हजार 795 रुपये मांगे गये. यह रुपये अदा करने पर हीं टेंडर मिलने की बात इमेल में कही गयी थी. लिहाजा उनकी कंपनी ने मांगे गये रुपये को इंटरनेट बैंकिंग के जरिये उनके अकाउंट में जमा करवा दिया. इसके बाद टेंडर नहीं मिलने पर दूध बनाने वाली उस कंपनी की जांच की गयी. जिसमें इस नाम से किसी बड़ी कंपनी के मौजूद नहीं होने की जानकारी मिली. जिसके बाद इसकी शिकायत दर्ज करायी गयी. गिरफ्तार आरोपी ने अपने उपर लगे आरोपों को स्वीकार कर लिया है.