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ब्राजील व अर्जेंटीना गुट में बंटे कैदी

कोलकाता : विश्वकप फुटबॉल मैच के खुमार में इन दिनों महानगरवासी सराबोर हैं. चारों तरफ फुटबॉल समर्थक अपनी टीम व खिलाड़ियों के उत्साह के लिए बैनर व पोस्टर लगाते दिख रहे हैं. महानगर के जेलों में रहनेवाले कैदी भी इससे अछूते नहीं हैं. फुटबॉल को लेकर कैदियों की इस ललक को देखते हुए महानगर के […]

कोलकाता : विश्वकप फुटबॉल मैच के खुमार में इन दिनों महानगरवासी सराबोर हैं. चारों तरफ फुटबॉल समर्थक अपनी टीम व खिलाड़ियों के उत्साह के लिए बैनर व पोस्टर लगाते दिख रहे हैं. महानगर के जेलों में रहनेवाले कैदी भी इससे अछूते नहीं हैं. फुटबॉल को लेकर कैदियों की इस ललक को देखते हुए महानगर के प्रेसिडेंसी व अलीपुर जेल में विश्वकप फुटबॉल के मैच दिखाने की व्यवस्था की गयी है.
जेल सूत्रों के मुताबिक महानगर के अलीपुर व प्रेसिडेंसी जेल में जितने भी टीवी खराब थे, सभी को रिपेयर कराया गया है. वहां विश्वकप का हर एक मैच दिखाने की व्यवस्था की गयी है. जेल सूत्रों के मुताबिक महानगर के प्रेसिडेंसी जेल के अंदर कैदी तपन चटर्जी द्वारा सिले अर्जेंटीना व ब्राजील के झंडे जेल में विभिन्न जगहों पर लगाये गये हैं.
महानगर के अलीपुर जेल का भी यही हाल है. यहां भी पेपर में छपे स्टार खिलाड़ियों मेसी, नेइमार व रोनाल्डो के अलावा माराडोना की तस्वीरें भी अखबारों से काटकर जेल के कई जगहों में लगाये गये हैं. फुटबॉल को लेकर जेल के कैदी भी दो गुटों में बंट गये हैं. कोई ब्राजील का सपोर्ट कर रहा है, तो कोई अर्जेंटीना का. अलीपुर सेंट्रल जेल में सजा काट रहे रशीद खान ब्राजील के सपोर्टर हैं, जबकि उसी जेल में फुटबॉल टीम के कप्तान गोपाल तिवारी अर्जेंटीना के.
इधर, प्रेसिडेंसी जेल में गोपाल तिवारी का सहयोगी राजा भी अर्जेंटीना के सपोर्टर हैं. इधर, कादेर खान, तारक कोटाल और अरिंदम भी अर्जेंटीना के खेल के दौरान चियर्स कर रहे हैं. उधर, इसी जेल में जयंत चक्रवर्ती, द्विजेन बरुआ और तपन चटर्जी ब्राजील के सपोर्टर हैं.
जेलों में कुछ कैदी ऐसे भी हैं, जो दोनों टीमों के स्टार खिलाड़ियों का सपोर्ट कर रहे हैं.

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