कोलकाता : भाजपा मुख्यालय में पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने जिस तरह से पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में हुई हिंसा पर चिंता जताई, उससे तृणणूल कांग्रेस बेहद खफा है. अपनी नाराजगी का इजहार तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी के त्वरित बयान से लगाया जा सकता है.
अपने बयान में पार्थ ने बंगाल की राजनीति में प्रधानमंत्री द्वारा बेवजह दखल देने का आरोप लगाया था. लेकिन मिली खबरों के अनुसार प्रधानमंत्री ने राज्यपाल से मिली रिपोर्ट के आधार पर अपने भाषण में पश्चिम बंगाल का उल्लेख किया था. गृहमंत्रालय के पास नवान्न से पहले राज्यपाल की रिपोर्ट पहुंच गयी थी.
उल्लेखनीय है कि राज्य में किसी भी बड़ी घटना की रिपोर्ट राज्यपाल गृहमंत्री को भेजते रहे हैं. गृहमंत्रालय ने पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा पर केंद्र सरकार से रिपोर्ट मांगी थी.
नवान्न रिपोर्ट भेजने में भले ही देरी की गयी हो, लेकिन राजभवन से कोई देरी नहीं हुई. मंगलवार की सुबह ही राजभवन से गृहमंत्रालय के पास रिर्पोट पहुंच गयी थी. जिसके आधार पर ही प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया था. सूत्रों के अनुसार सोमवार को ही भाजपा व वामपंथियों की ओर से पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा की रिपोर्ट लेकर राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मुलाकात की गयी थी. इसके अलावा चुनाव के दिन हुई हिंसा का ब्योरा राज्यपाल की रिपाेर्ट में है. सूत्रँ की माने तो राज्यपाल ने जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें खुफिया विभाग की भी रिपोर्ट शामिल है.