चिकन-मटन की गुणवत्ता की जांच के लिए कोलकाता नगर निगम ने चलाया अभियान
कोलकाता : महानगर के विभिन्न नाम गिरामी होटल व रेस्तरां में बिकनेवाले चिकन व मटन की गुणवत्ता के मानकों की जांच के लिए कोलकाता नगर निगम के मेयर परिषद सदस्य (स्वास्थ्य) अतिन घोष के नेतृत्व में अभियान चलाया गया.
शनिवार को विशेष रूप से बेहला इलाके में निगम ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान एक प्रसिद्ध मोमो रेस्तरां तथा ऐसे ही कुछ सुप्रसिद्ध होटल व रेस्तरांओं में अभियान चला कर चिकन व मटन की गुणवत्ता के मानकों की जांच की गयी है. कई जगहों से चिकन-मटन करी, मटन बिरयानी व मोमो के नमूनों को संग्रह किया गया.
श्री घोष ने कहा : चिकन व मटन के मानकों की जांच के लिए हम महानगर के बोरो स्तर पर इस अभियान को चला रहे हैं, ताकि किसी रेस्तरां या होटल में आम लोगों की सेहत से खिलवाड़ ना किया जाये. उन्होंने बताया कि संग्रहित सैंपल को जांच के लिए भेज दिया गया है. जांच में गड़बड़ी पाये जाने पर संबंधित रेस्तरां या होटल मालिक के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
चिड़ियाखाना मामले पर भी निगम की नजर
श्री घोष ने कहा कि चिड़ियाखाना में मांसाहरी पशुओं के खाने के बाद शेष बचे मीट की सप्लाई का मामला सामने आया है. क्या वाकई में मांस को मछली पालन के लिए इस्तेमाल किया जाता है या किसी तरह इसे होटल व रेस्तरां में बेच दिया जाता है?
इसकी जांच के लिए हम पुलिस की मदद लेंगे. उन्होंने बताया कि चिड़ियाघर से पशुओं के भोजन करने के बाद बचे मांस को प्रबंधन द्वारा रामप्रीत दास नाम एक व्यक्ति को को सौंप दिया जाता है. उन्होंने कहा कि रामप्रीत भी संदेह के घेरे में है.