कोलकाता : महानगर के आधे दर्जन से अधिक वार्डों में गत 15 दिनों से डायरिया का प्रकोप है. एक व्यक्ति की मौत भी हुई है. नगर निगम की सक्रियता के बाद स्थिति में सुधार हुआ है. इन इलाकों में बिकने वाला स्थानीय स्तर पर तैयार बोतलबंद पानी में डायरिया के कीटाणु की आशंका के बाद नगर निगम के साथ पुलिस की प्रवर्तन शाखा छानबीन में जुट गयी है. इस बारे में मेयर परिषद सदस्य (स्वास्थ्य) अतिन घोष ने बताया कि मंगलवार को बाघाजतीन के डायरिया प्रभावित इलाकों,
यादवपुर एवं दक्षिण 24 परगना के सोमनारपुर में निगम एवं प्रवर्तन शाखा द्वारा संयुक्त अभियान चला कर स्थानीय स्तर पर तैयार किये जाने वाले मिनरल वाटर के मानकों की जांच की गयी. इस दौरान चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं. पानी व्यवसाय से जुड़े कुछ लोगों के पास तो ट्रेड लाइसेंस तक नहीं है. ऐसी कंपनियों द्वारा तैयार पानी जब्त किया गया. वहीं ट्रेड लाइसेंस वाली कंपनियों के पानी की जांच के लिए नमूना संग्रह कर निगम के लैब में भेज दिया गया है. वार्ड संख्या 107 से पानी के चार, राजगंडा नवापल्ली से 155 सैंपल लिये गये हैं. रिपोर्ट में किसी प्रकार के गड़बड़ी पाये जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. इस अभियान को भविष्य में भी जारी रखा जायेगा.