पटना/कोलकाता : तारापीठ के एक होटल में मारपीट की घटना के बाद पटना पहुंचे मंत्री सुरेश शर्मा ने सफाई दी है. उन्होंने सीधे तौर पर इस घटना के लिए तृणमूल कांग्रेस के नेता को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के आरोपों का भी जवाब दिया है. दरअसल घटना के बाद होटल संचालक ने एफआइआर में शराब पीने की शिकायत की है.
सुरेश शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा : मैंने अपने जीवन में कभी शराब को हाथ तक नहीं लगाया है, पीने का तो सवाल ही नहीं है. यह सब झूठा आरोप मेरे ऊपर मढ़ा जा रहा है. पूरे मामले को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. मुझे बाद में पता चला कि वह होटल तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता चला रहे हैं. पहले इस होटल का संचालन एक फिल्म स्टार करते थे. मैं यहां कई बार आ चुका हूं और कभी किसी बात को लेकर विवाद नहीं हुआ था.
मगर इस बार कमरे की मांग करने पर बार-बार बैठे रहने को कहा जा रहा था. जब इस पर सवाल खड़ा किया गया तो होटल के 40 से 50 स्टाफ अचानक से सामने आ गये और मारपीट पर उतारू हो गये. जब ये लोग मेरे ऊपर अटैक करने आये तब मेरे सिक्योरिटी गार्ड ने विरोध किया, जिसके बाद वे हमला करने लगे. सिर्फ मेरे सिक्योरिटी गार्ड के पास ही आर्म्स था और वह भी पूरी प्रक्रिया के तहत था. इसकी अनुमति प्राप्त थी. इसका दस्तावेज भी है. उन्होंने कहा कि वीडियो फुटेज सही से नहीं दिखाया गया. सही से दिखाया जाता तो यह साफ हो जाता कि लोग जिसे लाठी डंडा बता रहे हैं वह पेपर रोल किया हुआ था. हम लोग मारपीट करने नहीं गये थे बल्कि पूजा करने गये थे.