कोलकाता. विश्व की अनमोल धरोहरों में से एक 58 फ़ीट ऊंची भगवान बाहुबली की प्रतिमा का 86वां महामस्तकाभिषेक फरवरी 2018 में होने जा रहा है. एक ही चट्टान को काट कर निर्मित यह प्रतिमा कर्णाटक के पवित्र जैन तीर्थ स्थल श्रवणबेलगोला में स्थित है.
इस अवसर पर 2 से 27 फरवरी तक कई तरह के धार्मिक आयोजन आयोजित होंगे, जिसमें देश विदेश से करीब 20 लाख लोगों के भाग लेने की संभावना है. 2 से 17 फरवरी तक पहले भगवान बाहुबली का पंचकल्याणक उत्सव होगा तत्पश्चात 17 फरवरी से 25 फरवरी तक महामस्तकाभिषेक होगा. इस प्रतिमा का महामस्तकाभिषेक 12 सालों के अंतराल पर होता है. इसके पूर्व में 2006 में यह महामस्तकाभिषेक आयोजित हुआ था. आचार्यश्री वर्धमान सागरजी एवं करीब 400 जैन साधुओं के सानिध्य एवं परमपूज्य भट्टारक चरुकीर्तिजी स्वामी के मार्गदर्शन में सभी कार्यक्रम आयोजित होंगे. भारत सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार भी इस वृहद आयोजन में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दे रही है.
बन रही डॉक्यूमेंट्री फिल्म
इस महामस्तकाभिषेक की तैयारियों पर कोलकाता की टीवी फ़िल्म प्रोडक्शन कंपनी ‘वाह ज़िन्दगी’ एक डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म बना रही है. श्रवणबेलगोला एवं इसके आसपास के कई जैन तीर्थ स्थलों में 8 दिवसीय शूटिंग पूर्ण कर कोलकाता लौटने पर कंपनी के चेयरमैन ललित सरावगी ने बताया कि यह फ़िल्म एक ऐतिहासिक और अद्भुत होगी. अत्याधुनिक कैमरों एवं उपकरणों के द्वारा दिन रात इस फ़िल्म की शूटिंग हुई. इस फ़िल्म के द्वारा श्रवणबेलगोला और दक्षिण भारत के हज़ार बारह सौ साल प्राचीन करीब 50 जैन मंदिरों के दर्शन होंगे. साथ ही साथ भगवान बाहुबली का जीवन परिचय, उनकी 58 फ़ीट ऊंची प्रतिमा का इतिहास, पूर्व में हुए महामस्तकाभिषेक का जिक्र, आगामी महामस्तकाभिषेक की जानकारी दी जायेगी. इस डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म का प्रसारण 7 जनवरी को पारस टीवी पर किया जायेगा.
21 जनवरी को कला मंदिर में होगा नाटक का मंचन
श्री सरावगी भगवान बाहुबली महामस्तकाभिषेक कलश आवंटन उप समिति के सूचना एवं प्रसारण सह संयोजक भी हैं. उन्होंने बताया कि कलश आवंटन समिति के अध्यक्ष कोलकाता के सामाजिक एवं धार्मिक कार्यकर्ता राजकुमार सेठी को नियुक्त किया गया है, जिनके नेतृत्व में पूरे देश से काफी बड़ी संख्या में कलशों को आरक्षित किया जा रहा है. पूर्वांचल निदेशक के रूप में कोलकाता के महेंद्र पांड्या को नियुक्त किया गया है और पूरे पूर्वांचल में इस महामस्तकाभिषेक को लेकर काफी उत्साह है.
आयोजन के दौरान कलश नगर के भोजन व्यवस्था की जिम्मेदारी भी कोलकाता के 21 युवकों को दी गयी है, जिनके द्वारा 21 जनवरी को कला मंदिर में भगवान बाहुबली के ऊपर एक भव्य नाटक प्रस्तुत किया जायेगा. विश्व व्यापी इस भव्य एवं वृहद आयोजन से कोलकाता के भागचंद पहाड़िया, हज़ारीमल पांड्या, विनोद काला, कैलाश पांड्या, राजेंद्र गंगवाल (जामुनजी), कैलाश चंद बड़जात्या, रमेश सरावगी, अनिल बड़जात्या, संतोष सेठी, अजित पांड्या, सुरेश सेठी (कानकी), राकेश सेठी आदि जुड़े हैं.