इस विषय में डीन ऑफ कॉमर्स ध्रुब रंजन दंदापात ने कहा कि परीक्षा की तारीख निर्धारित करने से पहले इस बात पर चर्चा की जानी चाहिए कि इस नये तरीके की परीक्षा का संचालन किस तरह किया जाये. इस नयी प्रणाली में परीक्षा के नियम, प्रश्नों के पैटर्न, मल्टीपल च्वॉयस के प्रश्न व लंबे प्रश्नों की संख्या क्या होगी, इस पर विचार-विमर्श किया जायेगा.
शिक्षकों को इस नयी प्रणाली की जानकारी होनी चाहिए. नये नियम यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर बहुत पहले ही डाल दिये गये हैं, ताकि शिक्षकों व छात्रों को समझ में आ सके. इस रिवाइज्ड प्रणाली में पेपर का उत्तर कैसे लिखना है, पहले शिक्षकों को समझाया जा रहा है, ताकि वे छात्रों को इसकी व्याख्या कर सकें. इस बैठक में लगभग 200 शिक्षक व कॉमर्स के प्रमुख सदस्यों ने भाग लिया. बीकॉम व जनरल कोर्स में यूनिवर्सिटी ने जुलाई में 1+1+1 स्कीम के तहत सीबीसीएस व सेमेस्टर प्रणाली शुरू कर दी थी. इस प्रणाली में छात्रों को 18,00 अंक दिये जायेंगे. वहीं अब नयी पद्धति में बीकॉम ऑनर्स कोर्स के लिए 2,600 अंक होंगे, जो तीन साल के कोर्स के लिए छह सेमेस्टर के लिए दिये जायेंगे. प्रश्नों के नमूनों व मार्किंग प्रणाली में बदलाव किया गया है. यह पहली बार है, जब छात्रों को मल्टीपल च्वॉइस के प्रश्नों का उत्तर देना होगा. लघु उत्तरवाले प्रश्न भी बढ़ाये जायेंगे. मार्कशीट में अकों के अलावा ग्रेड्स का भी विवरण दिया जायेगा, ताकि छात्रों की स्थिति क्लीयर रहे.