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ईपीएफओ स्थापना दिवस पर कार्यक्रम

कोलकाता: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के कोलकाता स्थित आंचलिक प्रशिक्षण संस्थान (पूर्व क्षेत्र) में बुधवार को ईपीएफओ स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया. संस्थान के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को ईपीएफओ दिवस की बधाई देते हुए क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-I श्री गौतम ने कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि की स्थापना 15 नवंबर, 1951 को […]

कोलकाता: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के कोलकाता स्थित आंचलिक प्रशिक्षण संस्थान (पूर्व क्षेत्र) में बुधवार को ईपीएफओ स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया. संस्थान के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को ईपीएफओ दिवस की बधाई देते हुए क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-I श्री गौतम ने कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि की स्थापना 15 नवंबर, 1951 को कर्मचारी भविष्य निधि अध्यादेश जारी होने के साथ हुई. इस अध्यादेश को दिनांक 01 नवंबर 1952 को संसद में पारित कर अधिनियम बनाया गया, जिसके बाद इसे कर्मचारी भविष्य निधि व प्रकीर्ण उपबंध अधिनियम, 1952 के नाम से जाना जाता है.
अधिनियम जम्मू एवं कश्मीर को छोड़कर संपूर्ण भारत में लागू है. वर्तमान में कर्मचारी भविष्य निधि विश्व में सबसे बड़ा सामाजिक सुरक्षा संगठन है और अपने सदस्यों से संबंधित 15 करोड़ से भी अधिक खातों का रख-रखाव कर रहा है. आंकड़ों के लिहाज से देखें तो पिछले वर्ष एक औसत कार्य दिवस में भविष्य निधि संगठन में 494.64 करोड़ रुपये अंशदान के रूप में प्राप्त हुए और 424.58 करोड़ रुपये निवेश किये गये. 200.22 करोड़ रुपये लाभार्थियों को वितरित किये गये हैं. 6.98 लाख सदस्यों के खाते अद्यतन किये गये. 263 स्थापनाओं को पंजीकृत किया गया और 78471 सदस्यों को नामांकित किया गया. 47859 दावों का निपटान किया गया.
उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य स्वयं को विश्वस्तरीय सेवा देनेवाला सामाजिक सुरक्षा संगठन बनाना है जो भविष्य की सेवाओं को प्रदान करते हुए अपने सभी अंशदाताओं की बढ़ती हुई जरूरतों को पूरा कर सके. हमारा ध्येय सार्वजनिक रूप से संचालित वृद्धावस्था आय सुरक्षा कार्यक्रम की पहुंच और गुणवत्ता का प्रसार, अनुपालन और लाभ प्रदान करने के एकरूप एवं निरंतर उन्नतिशील मानदंडों के माध्यम से इस रूप में करना है, जिससे सदस्यों की स्वीकृति एवं विश्वास को हमारी प्रणाली, निष्पक्षता, ईमानदारी एवं सत्यनिष्ठा के प्रति जीता जा सके जिससे हम राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक कल्याण में भागीदार बनें. इस अवसर पर सहायक भविष्य निधि आयुक्त पी के सिन्हा, सहायक भविष्य निधि आयुक्त बासुदेब मुखोपाध्याय और वरिष्ठ हिंदी अनुवादक रवींद्र कर्ण ने भी अपने विचार रखे. समारोह के दौरान कर्मचारियों के द्वारा आवृति पाठ (गद्य एवं पद), नृत्य व संगीत आदि कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. इस अवसर पर राजीव दत्ता, पल्लव चक्रवर्ती, मानस चक्रवर्ती, अरूप डे, संजीव चटर्जी, सम्राट मल्लिक, तपन दत्ता, भास्कर दास व आदित्य चौधुरी उपस्थित थे.

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