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चेतावनी: कोर कमेटी की बैठक में पार्टी के खिलाफ काम करनेवालों पर बरसीं ममता, कहा अच्छा नहीं लगता, तो बाहर चले जायें

कोलकाता: मुकुल राय के पार्टी से नाता तोड़ने के बाद पहली बार तृणमूल कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक हुई, जिसमें तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने साफ शब्दों में कहा कि जिन्हें अच्छा नहीं लग रहा, वे पार्टी छोड़कर चले जायें. उनके लिए दरवाजा खुला है. मैं नेता व कार्यकर्ता तैयार कर लूंगी. लेकिन पार्टी […]

कोलकाता: मुकुल राय के पार्टी से नाता तोड़ने के बाद पहली बार तृणमूल कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक हुई, जिसमें तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने साफ शब्दों में कहा कि जिन्हें अच्छा नहीं लग रहा, वे पार्टी छोड़कर चले जायें. उनके लिए दरवाजा खुला है. मैं नेता व कार्यकर्ता तैयार कर लूंगी. लेकिन पार्टी में रहकर पार्टी विरोधी काम नहीं चलेगा. जिन्हें पार्टी को लेकर गर्व नहीं है, उन्हें तृणमूल में रहने का कोई अधिकार नहीं है. तृणमूल सुप्रीमो ने अपना यह आक्रामक तेवर नजरुल मंच में आयोजित विजया सम्मेलन के साथ कोर कमेटी की बैठक में शामिल पार्टी के नेताओं की मौजूदगी में दिखाया.
35 मिनट के भाषण में ममता ने एक बार भी मुकुल राय का नाम नहीं लिया और कहा कि जो लोग सबको लेकर चलते हैं, वही नेता होता है, अकेले-अकेले कोई नेता नहीं हो सकता है. उन्होंने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि बलपूर्वक तृणमूल कांग्रेस को तोड़ना संभव नहीं है. जो लोग यह समझ रहे हैं कि मैं कोलकाता में हूं. मुझे कुछ पता नहीं चलता, तो मैं उन्हें बता दूं कि मैं हर वक्त सबकी खबर रखती हूं. कोई यह समझता है कि मुझे कुछ दिखाई नहीं देता, तो वे जान लें कि मेरे पास केवल दो आंखें नहीं हैं. मेरी हजारों आंखें और सब पर मेरी पैनी नजर है. चाहे वह बांकुड़ा के खातरा की हो या पुरुलिया, उत्तर दिनाजपुर हर जगह की खबर मेरे पास आती है.
ममता बनर्जी द्वारा इसके पहले भी कालीघाट में हुई कोर कमेटी की बैठक में पार्टी विरोधी बातें करनेवालों के लिए बाहर का दरवाजा दिखाने की घटना के बाद यह दूसरा मौका है, जब वह पार्टी के खिलाफ काम करनेवालों पर बरसी हैं.
बैठक में मौजूद पार्टी के सांसद, विधायक, जिला परिषद से लेकर पार्टी के छोटे-बड़े सभी पदाधिकारियों को जनता की हितों का ख्याल रखने का संदेश देते हुए कहा कि कोई यह समझता है कि वह चुनाव जीत गया या पद पा गया, तो उसका कोई काम नहीं है. वे लोग मुगालते में हैं. तृणमूल कांग्रेस का जन्म आंदोलन से हुआ है. यह लोगों के खून-पसीने से बनी पार्टी है. किसी की दया या किसी के पैसे से यह पार्टी नहीं बनी है.
नये कार्यकर्ताओं को उन्होंने पार्टी का साहित्य पढ़ने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस एक मात्र जनता के प्रति जवाबदेह है, इसलिये उनकी पार्टी से जुड़े सभी लोगों का यह फर्ज बनता है कि वह आम जनता से जुड़े रहें. ममता ने कहा कि सुनाम बहुत मेहनत से होता है लेकिन बदनामी एक झटके से आती है, इसलिए ऐसा कोई काम नहीं करें, जिससे पार्टी पर असर पड़े. क्योंकि पार्टी एक परिवार की तरह है. घीरे-घीरे यह परिवार बड़ा हो रहा है.
इसका मतलब यह नहीं कि पुराने लोगों की उपेक्षा की जाये. अगर कोई कार्यकर्ता किसी कारण से दूर चला गया है, तो उन्हें समझा कर फिर से साथ लेकर चलना होगा.
ममता बनर्जी ने जनसंयोग बढ़ाने के साथ नोटबंदी के विरोध में आठ नवंबर को काला दिवस मनाने का एलान करते हुए कहा कि बूथ स्तर पर हफ्ते में कम से कम दो सभा और जुलूस दिसंबर तक करना होगा. इसकी जिम्मेदारी उन्होंने ब्लाॅक अध्यक्षों के कंधों पर डाल दिया. इसे साथ ही विधायकों को कहा कि विकास कार्य में किसी भी तरह की अड़चन आती है, तो पार्थ चटर्जी से मिलकर उसे दूर करने की सलाह दी.
पार्टी के कार्यकर्ताओं को ममता का कड़ा संदेश
  • बागी नेताओं को पार्टी विरोधी कार्य बर्दाश्त नहीं
  • सबको साथ लेकर चलना होगा.
  • तृणमूल कांग्रेस किसी के आर्थिक सहयोग या मदद से नहीं बनी है.
  • यश मुश्किल से मिलता है, बदनामी तुरंत मिलती है.
  • आंदोलन से पार्टी का जन्म हुआ है, इसलिये हमेशा आंदोलन करते रहना होगा.
  • जनता के हित में काम करना होगा.
केंद्र के खिलाफ आरोप
विरोध करने पर सीबीआइ या फिर अन्य एजेंसियों से परेशान किया जा रहा है
करोड़ों ‍रुपये का हो रहा है खेल
विरोध में बोलने पर हत्या की जा रही है. मुझे भी धमकी दी जा रही है. राम, श्याम और घनश्याम (भाजपा, कांग्रेस और लेफ्ट) एक हो गये हैं.
नोट बंदी के खिलाफ आठ नवंबर को देश भर में काला दिवस मनाया जायेगा
आधार कार्ड
सब जगह आधार नंबर नहीं दूंगी व्यक्तिगत गोपनीयता मेरा अधिकार
आधार नंबर देने से सभी तथ्य सार्वजनिक होने की संभावना
डेंगू पर प्रतिक्रया
डेंगू को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के निर्देशानुसार डेंगू का निर्धारण
पार्षद अपने इलाकों को साफ-सुथरा रखें. नगर निगम और नगरपालिका के साथ नगर निकाय और सर्तक हों.
गैर सरकारी लैब गलत तथ्य दे रहे हैं.
पंचायत वोट पर
मई-जून में पंचायत वोट होने की संभावना
भाजपा को हटाना हमारा लक्ष्य
केंद्र की सत्ता में जाने की लालसा नहीं
सारधा और नारद मामले में मेरी पार्टी को बदनाम किया जा रहा है. निराधार हैं आरोप.

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