शहर में छठ व कालीपूजा आयोजन को लेकर आयोजित आज की बैठक में इसी बात की चर्चा काफी देर तक होती रही. स्थिति ऐसी हो गयी कि छठ पूजा आयोजक कमिटी के सदस्य बैठक छोड़कर उठ खड़े हुए. हालांकि प्रशासन के आला अधिकारियों ने सभी को शांत कराया.उसके बाद बैठक आगे हो सकी.
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छठ पूजा पर डीएम के निर्देश से नाराजगी
सिलीगुड़ी. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) का निर्देश छठ पूजा आयोजको के लिए परेशानी का सबब बन गया है. इसको लेकर सिलीगुड़ी के छठ पूजा आयोजको ने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट से समाधान की गुहार लगायी,लेकिन पुलिस कमिश्नर ने भी हाथ खड़े कर लिये हैं. शहर में छठ व कालीपूजा आयोजन को लेकर आयोजित आज की […]
सिलीगुड़ी. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) का निर्देश छठ पूजा आयोजको के लिए परेशानी का सबब बन गया है. इसको लेकर सिलीगुड़ी के छठ पूजा आयोजको ने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट से समाधान की गुहार लगायी,लेकिन पुलिस कमिश्नर ने भी हाथ खड़े कर लिये हैं.
उल्लेखनीय है कि नदी प्रदूषण को लेकर एनजीटी ने महानंदा नदी पर बांस व काठ के अस्थायी पुल व नदी के बीच में घाट बनाने की मनाही की है. एनजीटी के इस निर्देश के बाद दार्जिलिंग जिला प्रशासन की ओर भी कहा गया है कि नदी से तीन फीट छोड़कर ही घाट बनाया जाना चाहिए. नदी में केले के थंब, पत्ते व अन्य सामग्रियों के फेंकने पर भी रोक लगा दी गयी है .दार्जिलिंग की जिलाधिकारी जयशी दासगुप्ता ने भी कल शुक्रवार को एक बैठक की. उसके बाद उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिया. उन्होंने साफ कहा कि एनजीटी के निर्देश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. यहां तक कि तीन महीने की जेल भी हो सकती है.इधर, दुर्गापूजा के बीतते ही शहर में कालीपूजा की तैयारी जोरों पर है. सिलीगुड़ी में बड़े पैमाने पर कालीपूजा का आयोजन किया जाता है. कालीपूजा के पांच दिन बाद महत्वपूर्ण छठ पर्व मनाया जाता है. लगातार इन दो त्योहारों की तैयारी और इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट ने शनिवार को काली व छठ पूजा आयोजक कमिटियों के साथ एक बैठक की.
इस बैठक में शहर के पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार सिंह द्वारा प्रशासनिक पक्ष को रखा. उसके बाद छठ पूजा आयोजक कमिटी के सदस्यों ने अपना पक्ष रखा. बारी-बारी से छठ पूजा आयोजक कमिटी के सदस्यों ने एनजीटी के निर्देश पर ढील देने की गुहार लगायी. उनका कहना था कि शहर में छठ व्रतियों की काफी संख्या है. शहर के होकर गुजरने वाली इस महानंदा नदी के दोनों किनारो पर छठ व्रतियों के साथ ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है. पूजा की तैयारी भी बड़े पैमाने पर की जाती है. पूजा के लिए घाट की कमी होने की वजह से नदी के बीच भी घाट बनाने की आवश्यकता होती है. एनजीटी के निर्देश से हजारो छठ व्रतियों को परेशानी होगी. छठ पूजा आयोजको के सवालों का जवाब देते हुए पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि यह एनजीटी का निर्देश है जिसे हर हाल में मानना होगा. इसी बात पर आयोजक कमिटी के कुछ सदस्य भड़क गए और बैठक छोड़कर जाने लगे. फिर पुलिस के कुछ आला अधिकारियों ने सभी को समझा-बुझा कर शांत कराया.
क्या कहा पुलिस कमिश्नर ने
पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि नदी पर बांस या काठ के अस्थायी पुल व नदी के बीच में घाट नहीं बनाने का निर्देश जारी हुआ है. इस निर्देश को मानने के लिए सभी बाध्य हैं. इस निर्देश से होने वाली समस्या के समाधान की कोशिश की जा रही है. कुछ छठ व्रतियों को उनके निकटवर्ती अन्य नदी घाटों पर ले जाया जायेगा. इसके लिए कमिश्नरेट के अन्य अधिकारी कार्य कर रहे हैं. डिप्टी पुलिस कमिश्नर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस समस्या के संबंध में छठ पूजा आयोजक कमिटी के साथ फिर से बैठक करेंगे. बैठक के दौरान विवाद के संबंध में उन्होंने कहा कि बैठक छोड़कर जाने वाले लोग स्वतंत्र है.
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