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ब्लैकमेल करने व डराने का खेल बनते जा रहा है ब्लू व्हेल
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में ब्लू व्हेल गेम के कई मामले सामने आये हैं. कई मामलों के अध्ययन के बाद यह तथ्य सामने आया है कि बच्चे ब्लू व्हेल गेम या तो किसी को ब्लैकमेल करने के लिए खेल रहे हैं या फिर डराने के लिए. झाड़ग्राम में ब्लू व्हेल के शिकार के छात्र के मामले […]
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में ब्लू व्हेल गेम के कई मामले सामने आये हैं. कई मामलों के अध्ययन के बाद यह तथ्य सामने आया है कि बच्चे ब्लू व्हेल गेम या तो किसी को ब्लैकमेल करने के लिए खेल रहे हैं या फिर डराने के लिए. झाड़ग्राम में ब्लू व्हेल के शिकार के छात्र के मामले में यह तथ्य सामने आया है.
उक्त छात्र ने अपने हाथ पर ब्लू व्हेल की तस्वीर बना रखी थी. यह देख उसकी क्लास के साथी डर गये और हेडमास्टर ने उसे बुलाया. हेडमास्टर ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया, जहां उसने कबूल किया कि उसने क्लास में पढ़नेवाले बाकी छात्रों को डराने के लिए ऐसा किया था. इसके बाद पुलिसवालों ने उसे समझाया.
पुलिस ने की भटके छात्र की काउंसिलिंग : दूसरा मामला जादवपुर की 12वीं क्लास में पढ़नेवाले छात्र का सामने आया है. कोलकाता के सर्वे पार्क थाने की पुलिस ने इस छात्र की काउंसिलिंग की. 17 साल का छात्र नहीं चाहता था कि उसकी गर्लफ्रेंड से उसका ब्रेकअप हो, इसलिए उसने ब्लू व्हेल गेम खेलने की कोशिश की. उसने सोशल मीडिया पर अपने हाथ पर बने एफ-32मार्क की तस्वीर अपलोड कर दी. उसने लिखा ‘फर्स्ट टास्क सक्सेसफुल’पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार काउंसेलिंग के दौरान उक्त छात्र ने बताया कि कोचिंग सेंटर में उसके साथ पढ़नेवाली उसकी गर्लफ्रेंड ने जब उससे रिश्ता खत्म करने की ठानी, तो छात्र ने यह जानलेवा गेम खेलने की सोची.
उक्त छात्र ने सोशल मीडिया पर तस्वीर पोस्ट की और उसी तस्वीर के आधार पर पुलिस ने उसे ट्रैक किया. पुलिस ने चार घंटे की काउंसिलिंग करने के बाद लड़के को छोड़ दिया.
क्या कहते हैं मनोवैज्ञानिक
वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक का कहना है कि ये दो घटनाएं बताती हैं कि यह गेम अब अन्य चिंताएं बढ़ा रहा है. किशोर इसके जरिये अपने साथियों को डरा रहे हैं. अपने पैरेंट्स का अटेंशन पा रहे हैं, तो कहीं अपने प्यार को ब्लैकमेल कर रहे हैं. हालांकि यह जानलेवा गेम समाज को भी एक मेसेज दे रहा है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. अगर सिर्फ इस गेम पर ध्यान दिया गया और अपने बच्चे को नजरअंदाज किया जायेगा, तो समस्या और बढ़ सकती है.
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