कोलकाता : भाजपा, कांग्रेस व माकपा की ओर से आरोप लगाया गया है कि राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी विपक्ष की शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत से इन तीनों राजनीतिक दलों ने चुनाव अधिकारियों के ‘अंसपूर्ण कदम’ की शिकायत की. उन्होंने चुनाव आयोग से चुनाव प्रचार के दौरान अभिव्यक्ति की आजादी सुनिश्चित करने के लिए भी अनुरोध किया.
तैनात हो केंद्रीय सुरक्षा बल : कांग्रेस
कांग्रेस नेता मानस भुईंया ने कहा कि उत्तर प्रदेश व कर्नाटक जैसे राज्यों में जिस तरह चुनाव आयोग काम कर रहा है, वैसा पश्चिम बंगाल में नहीं हो रहा. उठाये गये कदम असंपूर्ण रह रहे हैं. राज्य के सभी मतदान केंद्रों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की भी उन्होंने मांग की है. प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में चुनाव आयोग का कामकाज बिल्कुल दिखायी नहीं दे रहा.
पुलिस कर रही पक्षपात : माकपा
माकपा नेता रॉबिन देव ने कहा कि पुलिस व प्रशासन सत्तारूढ़ पार्टी के निर्देशों को ही पूरा करने में व्यस्त है. चुनाव अधिकारी विपक्ष की ओर ध्यान नहीं दे रहे. न तो विपक्ष की शिकायतों पर ध्यान दिया जा रहा है और न ही उचित कदम उठाया जा रहा है. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सुनिश्चित किये जाने की भी उन्होंने मांग की.
केंद्रीय चुनाव आयोग से उन्होंने विशेष पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करने का भी अनुरोध किया, ताकि धमकी के कारण नामांकन पत्रों को वापस लेने की घटना न हो.
विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त हों : भाजपा
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने विशेष पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की मांग की. उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा ममता बनर्जी को कारण बताओ नोटिस जारी करने में आनाकानी का मुद्दा भी उठाया. सुश्री बनर्जी पर एक सभा में भाजपा की छवि को धूमिल करने का आरोप है.
श्री सिन्हा ने कहा कि ममता बनर्जी ने सभा में कहा है कि यदि भाजपा सत्ता में आती है, तो हर तरफ दंगे होंगे. चुनाव आयोग ने इस मामले में कुछ क्यों नहीं किया. हाबरा में बीडीओ के साथ तृणमूल कार्यकर्ताओं की धक्कामुक्की और हावड़ा की घटना के संबंध में चुनाव आयोग ने क्या किया है.
अब है राज्य में शांति : तृणमूल
इधर, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव मुकुल राय ने कहा कि राज्य में माहौल बेहद शांतिपूर्ण और स्थिर है. उन्होंने कहा कि कभी हर वर्ष राजनीतिक हत्याएं होती थीं. अब ऐसा नहीं होता है. इस वर्ष भी जनवरी से अप्रैल तक कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई. श्री राय ने कहा कि कुछ पेड मीडिया के कारण तृणमूल कार्यकर्ताओं की बैठक को सार्वजनिक किया जा रहा है. इस बाबत चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज करायी गयी है.