प्रत्यक्षदर्शियों से प्राप्त समाचार के अनुसार पान दुकान में रखे एक शीतल पेय कंपनी के फ्रिज से वासुदेव को करंट लगा, वह चिल्लाते हुए झटका खाकर दूर गिरा और अचेत हो गया. आस-पास के दुकानदार इकट्ठे हो गये और सबसे पहले दुकान का मेन स्वीच ऑफ किया गया. वासुदेव को हाथों हाथ इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया. मृत वासुदेव के पड़ोसी एक दुकानदार के अनुसार फ्रिज कई दिनों से ही खराब थी. इसकी सूचना उसने कई बार कंपनी को भी दी थी. लेकिन फ्रिज मरम्मत करने कंपनी से कोई इलेक्ट्रिशियन नहीं आया. इसका खामियाजा अंत में वासुदेव को अपनी जान देकर गवानी पड़ी. इस हादसे को लेकर और कंपनी के विरुद्ध में स्थानीय कारोबारियों ने पान दुकान के सामने विरोध प्रदर्शन किया.
स्थानीय दुकानदार सह समाजसेवी सुब्रत साहा उर्फ काला दा ने भी वासुदेव की मौत पर अफसोस जाहिर किया है. साथ ही उन्होंने कंपनी की लापरवाही पर रोष भी प्रकट किया. काला दा का कहना है कि कंपनी को इसका खामियाजा भरना चाहिए. वासुदेव के परिवारवालों को मुआवजा कंपनी को देना ही पड़ेगा. वासुदेव की मौत के बाद पूरे विधान मार्केट में दिनभर मातम छाया रहा. वहीं, वह अपने पीछे मां, भाई-बहन, पत्नी, बेटा-बेटी से भरा पूरा परिवार छोड़ गया.