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पानी छोड़ने का मामला : असहयोग कर रहा डीवीसी
राज्य के सिंचाई मंत्री का आरोप पानी छोड़ने को लेकर राज्य सरकार व डीवीसी में ठनी हुई है. सरकार का आरोप है कि पत्र लिखने के बाद भी डीवीसी उनकी बात नहीं सुन रहा है. वहीं, डीवीसी ने पानी छोड़ने की बात से इनकार किया है. कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब सिंचाई […]
राज्य के सिंचाई मंत्री का आरोप
पानी छोड़ने को लेकर राज्य सरकार व डीवीसी में ठनी हुई है. सरकार का आरोप है कि पत्र लिखने के बाद भी डीवीसी उनकी बात नहीं सुन रहा है. वहीं, डीवीसी ने पानी छोड़ने की बात से इनकार किया है.
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब सिंचाई मंत्री राजीव बनर्जी ने भी दामोदर वैली कॉरपोरशन (डीवीसी) पर निशाना साधा है आैर डीवीसी पर असहयोग करने का आरोप लगाया है. लगातार हो रही मूसलधार बारिश से राज्य के कई जिलों के निचले इलाके जलमग्न हो गये हैं. कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. शनिवार से हो रही भारी बारिश के कारण बांकुड़ा, पुरुलिया, वीरभूम, बर्दवान, हुगली जिलों में नदियां उफान पर हैं. इस परिस्थिति के बीच सोमवार से डीवीसी ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया है. मंगलवार सुबह डीवीसी ने सोमवार की तुलना में अधिक पानी छोड़ा, जिससे बाढ़ की स्थिति आैर बिगड़ गयी. गौरतलब है कि सोमवार को दिल्ली रवाना होते समय एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए डीवीसी का नाम लिये बगैर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था उनके द्वारा पानी छोड़े जाने से इस तरह की परिस्थिति उत्पन्न हो जाती है.
सोमवार को राज्य सरकार की आेर से डीवीसी को पत्र लिख कर कहा गया था कि राज्य सरकार को जानकारी दिये बगैर पानी न छोड़ा जाये. अचानक पानी छोड़ने से समस्या आैर बढ़ जाती है. लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार को बताये बगैर डीवीसी ने मंगलवार सुबह एक बार फिर भारी मात्रा में पानी छोड़ दिया, जिससे स्थिति आैर बिगड़ गयी.
बात नहीं सुन रहा डीवीसी : सिंचाई मंत्री
राज्य के सिंचाई मंत्री ने कहा कि डीवीसी के रवैये से वह बेहद दुखी हैं. बार-बार अनुरोध करने के बावजूद वह हमारी बात नहीं सुन रहे हैं. बांधों में अभी भी पांच से सात फीट पानी है, लेकिन पानी जमा नहीं कर वे अपनी मर्जी से पानी छोड़ दे रहे हैं, जिसकी वजह से राज्य में बाढ़ की स्थिति आैर बिगड़ गयी है. सिंचाई मंत्री ने बताया कि डीवीसी के चेयरमैन को इस बारे में बता दिया गया है.सिंचाई मंत्री ने कहा कि लगातार हो रही बारिश से राज्य भर में पानी जम गया है. इस बीच, डीवीसी द्वारा पानी छोड़ने से स्थिति आैर भयावह हो गयी है.
सिंचाई मंत्री ने कहा कि परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए हम लोगों ने पूरी तैयारी कर ली है. तटबंधों पर बालू से भरीं बोरियां डाली जा रही हैं. तटबंधों पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है. हमारा कंट्रोल रूम काम कर रहा है. परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए सरकारी कर्मचारी 24 घंटे काम कर रहे हैं.
पानी छोड़ने से डीवीसी का इनकार
उधर, डीवीसी प्रबंधन ने राज्य सरकार के आरोपों को निराधार बताया है. नाम न छापने की शर्त पर डीवीसी के एक अधिकारी ने बताया कि हम लोग कितना पानी छोड़ेंगे, इसकी जानकारी हमेशा अपनी वेबसाइट पर पहले ही दे देते हैं. हमारी वेबसाइट को देख कर कोई भी यह पता लगा सकता है कि कब हम लोग कितना पानी छोड़नेवाले हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि राज्य में हमारे माइथन आैर पांचेत में ही बैरेज हैं, बाकी सभी बैरेज तो राज्य सरकार के अधिन हैं.
मंगलवार को हम लोगों ने पांचेत बैरेज से 60 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा, जबकि माइथन से इस दिन पानी नहीं छोड़ा गया. अधिकारी ने बताया कि राज्य में बाढ़ की स्थिति के लिए अत्यधिक बारिश सबसे बड़ा कारण है. पड़ोसी राज्य झारखंड में भी भारी बारिश हो रही है, वहां से भी काफी पानी छोड़ा जाता है. इन सब पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है.
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