दायित्व मिलने के बाद से ही पूर्व रेलवे में यात्री सुरक्षा की जिम्मेदारी हम बखूबी निभा रहे हैं लेकिन समस्या तब खड़ी हुई जब हमें दायित्व तो मिल गया लेकिन ड्यूटी के लिए पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर अबतक नहीं मिला. इन अभावों के बावजूद आरपीएफ कर्मी अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं लेकिन हम अपना संघर्ष जारी रखते हुए रेलवे प्रशासन से आधारभूत संसाधनों की मांग कर रहे हैं.
उक्त बातें अखिल भारतीय सुरक्षा बल संघ, पूर्व रेलवे के अध्यक्ष मीर औरंगजेब ने कहीं. गुरुवार को हावड़ा मंडल में अखिल भारतीय सुरक्षा बल संघ, पूर्व रेलवे द्वारा आयोजित क्षेत्रीय कार्यकारी कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए श्री औरंगजेब ने कहा कि रेलवे में रनिंग स्टॉफ गार्ड और ट्रेन चालक के आराम के लिए विभिन्न बड़े स्टेशनों पर रनिंग रूम दिया गया है जहां स्नान करने से लेकर सोने तक की व्यवस्था होती है लेकिन यह सुविधा पूर्व रेलवे में आरपीएफ कर्मियों को नहीं मिल रही है. हमारे साथी ट्रेन स्कॉर्ट करते हुए हावड़ा, धनबाद,आसनसोल और भागलपुर तक जाते हैं. कार्यक्रम में पूर्व रेलवे सुरक्षा बल संघ के महासचिव गौतव मुखर्जी ने कहा कि हावड़ा वन और टू को मर्ज कर हावड़ा मंडल कर दिया गया है. ऐसे में जोन चाहता है कि सात दिन के अंदर हावड़ा वन और हावड़ा टू के पदाधिकारी मिलकर अपनी नयी कमेटी का गठन करें. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जोन के सचिव सूरज प्रसाद गुप्ता ने कहा कि आरपीएफ एसोसिएशन एक मान्यता प्राप्त एसोसिएशन है.
यहां अनुशासन का बड़ा महत्व है. जोन के सभी पदाधिकारियों के साथ हर सदस्यों का भी दायित्व बनता है कि हम अपनी भाषा और व्यवहार में उसकी गरिमा का ख्याल रखें. कार्यक्रम में जोनल कोषाध्यक्ष एस साहा, जोनल सदस्य बीके राय, ऑफिस सचिव राम उदित, हावड़ा मंडल के अध्यक्ष परितोष महतो, सचिव मींटू महतो, लिलुआ के सचिव राजू साहा, अध्यक्ष जे हक, सियालदह मंडल के सचिव डीके सिंह, अध्यक्ष सुब्रतो दास, उपाध्यक्ष पीके सिंह, कांचरापाडा मंडल के अध्यक्ष एसके सिंह, सचिव दुर्गा घोष, मालदा मंडल के अध्यक्ष सुधीर प्रसाद, आसनसोल मंडल के अध्यक्ष बीके सिंह, सचिव इ मिश्रा और मेट्रो सचिव असीम दास ने संबोधित करते हुए अपने-अपने मंडलों की सस्याओं से जोन के पदाधिकारियों को अवगत कराया.