ड्यूटी पर तैनात दो पुलिसकर्मियों से उन्होंने शौचालय खोलने का अनुरोध किया था. इस दौरान एक पुलिसकर्मी ने अश्लील इशारा किया. इसके बाद पुलिस की गाड़ी में बैठे साउथ पोर्ट थाना के एक अधिकारी ने भी अश्लील इशारे किये. दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ जब शिकायत दर्ज कराने दोनों महिलाएं साउथ पोर्ट थाना पहुंची तो महिला पुलिस की अनुपस्थिति में उनसे मोबाइल फोन छीन लिये गये. रात भर उन्हें थाना में रखा गया. सुबह उन पर शराब पीकर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के काम में बाधा पहुंचाने और उनके साथ मारपीट करने का झूठा आरोप लगाकर फंसाया गया. इसके बाद दोनों महिलाओं ने वाटगंज महिला थाना में शिकायत दर्ज करायी. शिकायत की प्रति पुलिस आयुक्त, संयुक्त आयुक्त, डीसी पोर्ट के पास भी भेजी गयी थी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं किये जाने पर महिलाओं ने कलकत्ता हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
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आदेश. महिलाओं से छेड़खानी की जांच करेंगे पुलिस उपायुक्त : हाइकोर्ट
कोलकाता: पुलिस आयुक्त द्वारा चुने गये एक पुलिस उपायुक्त दो महिलाओं के साथ हुई छेड़खानी की घटना की जांच करेंगे. कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीश जयमाल्य बागची ने यह निर्देश दिया है. जांच रिपोर्ट तीन हफ्ते में देनी होगी. एक हफ्ते बाद जवाबी हलफनामा देना होगा. मामले की अगली सुनवाई चार हफ्ते बाद होगी. बता दें […]
कोलकाता: पुलिस आयुक्त द्वारा चुने गये एक पुलिस उपायुक्त दो महिलाओं के साथ हुई छेड़खानी की घटना की जांच करेंगे. कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीश जयमाल्य बागची ने यह निर्देश दिया है. जांच रिपोर्ट तीन हफ्ते में देनी होगी. एक हफ्ते बाद जवाबी हलफनामा देना होगा. मामले की अगली सुनवाई चार हफ्ते बाद होगी. बता दें कि घटना 28/29 मई की रात की है.
साउथ पोर्ट थाना के दो पुलिस अधिकारियों पर महिला के साथ गलत आचरण करने और झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगा है. वाटगंज महिला थाना में पुलिस अधिकारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है. पीड़ित महिलाओं के मुताबिक आसनसोल से यादवपुर जाने के रास्ते में कोलकाता नगर निगम का शौचालय बंद रहने के कारण प्रिंसेप घाट स्थित वाशरूम में वह गयी थीं.
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