स्थानीय अधिकारियों और आमलोगों से भारत-वियतनाम की जनता के बीच पारस्परिक संबंधों को और अधिक विस्तार देने व मजबूत करने की दिशा में अंतरंग बातचीत की. जिन लोगों से इन्होंने मुलाकात की उनमें संसद की स्पीकर के अतिरिक्त वियतनाम-भारत मैत्री समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सूचना संचार मंत्री डॉ त्रुमोंग मिन्ह तुआन, हो चि मिन्ह प्रांत वियतनाम-भारत मैत्री समिति के अध्यक्ष हुइन्ह मिन्ह थिएन तथा इंडियन चैंबर के अध्यक्ष दिलबाग सिंह आदि उल्लेखनीय हैं.
गीतेश शर्मा ने एक विज्ञप्ति में बताया कि उन्होंने जिन-जिन क्षेत्रों का दौरा किया वहां के स्थानीय लोगों में भारत के प्रति असीम सद्भावना पायी. इस बात का विशेष रूप से उल्लेख किया कि पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक दोनों देशों के मैत्री संबंधों की कड़ी निरंतर मजबूत होती रही है.
यह भी बताया कि विश्व स्तर पर तथा विशेष रूप से एशिया के राजनीतिक व आर्थिक परिदृश्य में जो परिवर्तन हो रहे हैं और जो नये खतरे उत्पन्न हो रहै हैं, दोनों देश मिल कर ही उनका सफलतापूर्वक सामना कर सकते हैं. इस तथ्य पर भी जोर दिया कि उद्योग, व्यापार और पर्यटन व संस्कृति के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच अपरिमित संभावनाएं हैं और इस दिशा में सरकारी व गैर सरकारी स्तर पर कार्य किया जाना चाहिए.