मुख्यमंत्री के अहंकार ने पहाड़ को अग्निकुंड बना दिया है. श्री चौधरी का कहना था कि पहाड़ में व्यक्तित्व की लड़ाई चल रही है. एक तरफ विमल गुरुंग तो दूसरी ओर ममता बनर्जी हैं. दोनों की ही कोशिश पहाड़ के लोगों और समतल के लोगों के बीच विभेद तैयार करना है.
कांग्रेस का मानना है कि पहाड़ और समतल दोनों ही बंगाल का है. मुख्यमंत्री को चाहिए कि सहनशीलता का परिचय देते हुए शांत होकर स्थिति का मुकाबला करें. जबकि हंगामा जारी रखकर राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश जारी है. श्री चौधरी ने आशंका प्रकट की कि पहाड़ की आग नीचे भी उतरेगी. इसमें तराई और डुअर्स दोनों ही झुलस सकते हैं.