कोलकाता: गोरखा जनमुक्ति माेरचा के हिंसक आंदोलन व शुक्रवार को 12 घंटे बंद का एलान किये जाने से हजारों पर्यटक पहाड़ पर फंस गये हैं. सूत्रों के अनुसार, लगभग 50 हजार पर्यटक इस अचानक पैदा हुई परिस्थिति के कारण दार्जिलिंग समेत विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं.
स्थिति को देखते हुए पर्यटकों ने वापस लौटना शुरू कर दिया है. पर गाड़ीवाले दोगुना-तीन गुना किराया मांग रहे हैं, फलस्वरूप सभी के लिए वाहन रिजर्व कर सिलीगुड़ी लौटना संभव नहीं हो पा रहा है. इस स्थिति में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर परिवहन विभाग ने विशेष व्यवस्था की है. पर्यटकों को सकुशल वापस लौटाने के मुद्दे पर परिवहन सचिव अलापन बंदोपाध्याय ने सिलीगुड़ी में अधिकारियों के साथ कई राउंड बैठक की. राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य भी सिलीगुड़ी से स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.
स्वयं मुख्यमंत्री ने दार्जिलिंग में डेरा डाल कर कमान अपने हाथ में संभाल ली है. प्राप्त जानकारी के अनुसार पहाड़ से लौट रहे पर्यटकों को सिलीगुड़ी से कोलकाता भेजने के लिए एनबीएसटीसी ने बड़ी संख्या में विशेष बसों की व्यवस्था की है. इसके साथ ही राज्य प्रशासन ने बागडोगरा एयरपोर्ट प्रबंधन से भी संपर्क कर यात्रियों को जरूरी सुविधा प्रदान करने का अनुरोध किया है. यह भी पता चला है कि शुक्रवार को एक विशेष ऑडिट टीम के छह सदस्य दार्जिलिंग जा रही है.