बीरभूम, मुकेश तिवारी : मवेशी तस्करी मामले में तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. अब, प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने अनुब्रत मंडल, उनकी बेटी सुकन्या मंडल व दिवंगत पत्नी छवि की करीब 11 करोड़ रुपये मूल्य की चल और अचल संपत्तियां कुर्क की हैं. साथ ही उनके करीब 25 बैंक खातों को भी फ्रीज कर दिया गया है. अनुब्रत और सुकन्या दोनों को ही इडी गिरफ्तार कर चुकी है और दोनों फिलहाल नयी दिल्ली के तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में बंद हैं.
सूत्रों के अनुसार, इडी ने जिन 25 बैंक खातों को फ्रीज किया है, उनमें मंडल और उनके परिवार के सदस्यों के व्यक्तिगत बैंक खातो के अलावा एएनएम एग्रोकेम फूड्स प्राइवेट लिमिटेड और नीर डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों के खाते भी शामिल हैं, जिनमें सुकन्या मंडल निदेशक हैं. यह दूसरी बार है, जब इडी ने मंडल और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों को फ्रीज किया व उनकी संपत्तियों को कुर्क किया है.
इसके पहले केंद्रीय जांच एजेंसी ने अनुब्रत मंडल, उनके परिजन व उनकी कंपनियों की करीब 17 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों को कुर्क किया था. इस तरह इडी ने दो चरणों में कुल मिलाकर करीब 28 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है. सूत्रों की मानें, तो यह विषय भी जांच का विषय बना हुआ है कि अनुब्रत और उनके परिजन की संपत्तियों की कुर्की और फंड की आपूर्ति को अवरुद्ध करने के बावजूद, कानूनी खर्चे के लिए फंड कहां से आ रहा है?
बताया जा रहा है कि इडी के अधिकारी फंड आपूर्ति के उन माध्यमों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं. गौरतलब है कि अदालत में इडी के अलावा सीबीआइ भी अनुब्रत और उसके परिजनों की संपत्तियों का जिक्र कर चुकी है. मवेशियों की तस्करी के इस मामले में सीबीआइ की ओर से पेश चौथी सप्लीमेंटरी चार्जशीट पर गौर किया जाये, तो उसमें केंद्रीय एजेंसी ने दावा किया है कि मवेशियों की तस्करी के मामले के मुख्य आरोपी एनामुल हक का अनुब्रत मंडल व मंडल के पूर्व अंगरक्षक सैगल हुसैन से सीधा संबंध था.
चार्जशीट में 50 से अधिक अलग-अलग अचल संपत्तियों का जिक्र है. मामले में अनुब्रत को मुख्य नामजद अभियुक्त बनाया गया है. सूत्रों की मानें, तो कुल 35 पन्ने की चार्जशीट में अनुब्रत के नाम 53 विभिन्न संपत्तियों के होने का उल्लेख है. साथ ही 18 करोड़ के सावधि जमा (एफडी) और 25 बेनामी संपत्तियों का भी जिक्र है.