कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और लेफ्ट के बीच 92 सीटों पर समझौते के बाद कांग्रेस ने प्रत्याशियों के चयन के लिए स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है. कमेटी का प्रमुख जेपी अग्रवाल को बनाया गया है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की तरफ से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, स्क्रीनिंग कमेटी में जेपी अग्रवाल को चेयरमैन बनाया गया है. डॉ महेश जोशी और नसीम खान को कमेटी का सदस्य बनाया गया है. इनके अलावा पश्चिम बंगाल प्रभारी जितिन प्रसाद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी, नेता प्रतिपक्ष अब्दुल मान्नान सहित एआइसीसी के सचिव भी इसके मेंबर होंगे.
मंगलवार को कांग्रेस और लेफ्ट के बीच सीटों के तालमेल पर अंतिम मुहर लग गयी. तय हुआ कि गठबंधन में कांग्रेस 92 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. बाकी सीटें लेफ्ट के हिस्से में गयी हैं और उसमें से उसने 30 सीटें फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडयन सेक्युलर फ्रंट (आइएसएफ) को दी है.
यह भी साफ हो गया कि कांग्रेस और लेफ्ट मिलकर गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, इंडियन सेकुलर फ्रंट के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी को कांग्रेस के हिस्से से सीट देने को लेकर कोई अंतिम फैसला अब तक नहीं लिया जा सका है. अब्बास सिद्दीकी ने कांग्रेस को जल्द से जल्द इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए कहा था.
पीराजादा अब्बास सिद्दीकी ने धमकी दी है कि अगर कांग्रेस ने आइएसएफ के लिए सीटें नहीं छोड़ीं, तो वह उसके उम्मीदवारों के खिलाफ अपना प्रत्याशी खड़ा कर देंगे. बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि लेफ्ट के साथ मिलकर कांग्रेस कुल 92 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
बता दें कि राज्य में 294 विधानसभा की सीटें हैं. इसमें से लेफ्ट ने 30 सीटें पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी आइएसएफ को दी है. कांग्रेस के हिस्से से भी आइएसएफ कुछ सीटें चाहता है. उसने ब्रिगेड रैली के मंच से अधीर रंजन चौधरी की उपस्थिति में कहा था कि वह भीख नहीं मांग रहा, अपना अधिकार चाहता है.
Posted By : Mithilesh Jha