पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. चुनाव के पहले ही एनआइए ने तृणमूल कांग्रेस के नेता छत्रधर महतो को गिरफ्तार कर लिया है. छत्रधर महतो की गिरफ्तारी लालगढ़ स्थित उनके आवास से की हुई है. करीब ढाई बजे रात में एनआईए की टीम ने छत्रधर महतो को उनके घर से गिरफ्तार किया. रविवार दो बजे उसे कोलकाता स्थित एनआईए कोर्ट में पेश किया जाएगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व माओवादी नेता छत्रधर महतो को राजधानी एक्सप्रेस के मामले में गिरफ्तार किया गया है. आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा. जिन्हें 2009 में UAPA के तहत आरोपित किया गया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. इसके बाद वो 2020 में जेल से छूटकर बाहर आये थे. फिर फरवरी 2020 में टीएमसी में शामिल हो गये थे.
बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान शनिवार को झारग्राम में छत्रधर महतो ने अपना वोट भी दिया था. बता दे कि पूर्व माओवादी नेता की गिरफ्तारी से टीएमसी को जंगलमहल खास कर नंदीग्राम में बड़ा नुकसान हो सकता है. क्योंकि जंगलमहल इलाके में यह एक प्रभावशाली चेहरा माना जाता है.
टीएमसी के लिए छत्रधर महतो कितना बड़ा चेहरा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब 2020 में जेल से छुटकर आने के बाद उसे टीएमसी की स्टेट कमिटी में शामिल किया गया साथ ही जिला सचिव का भी पद दिया गया. इससे पहले भी बंगाल में जब लेफ्ट की सरकार थी तब भी छत्रधर महतो ने ममता आंदोलन के वक्त ममता की मदद की थी.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छत्रधर महतो से शुक्रवार को भी कोलकाता स्थित एनआईए ऑफिस में पूछताछ की गयी थी. हाईकोर्ट ने छत्रधर महतो को राजधानी एक्सप्रेस मामले में जांच में सहयोग करने का आदेश दिया था साथ ही सप्ताह में तीन दिन एनआईए ऑफिस में उपस्थित होने के लिए भी कहा था.
बता दें की छत्रधर महतो लगातार जंगलमहल के पूर्व माओवाद प्रभावित इलाकों में फिर से तृणमूल का वर्चस्व स्थापित करने के लिए कार्य कर रहा है. इन इलाकों में पश्चिम मोदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुरा और झारग्राम शामिल है, जहां की आदिवासी आबादी बहुसंख्यक है. यहीं वो जिले हैं जहां से 2019 में बीजेपी ने बीजेपी के पक्ष में वोट पड़े थे.
Posted By: Pawan Singh