कोलकाता : पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सुनामी चल रही है. राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद देश को एक चुनावी रणनीतिकार खोना पड़ेगा. बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के ट्वीट के तुरंत बाद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने यह ट्वीट किया.
सोमवार (21 दिसंबर) की सुबह करीब 11 बजे के आसपास जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व नेता और लोकसभा से लेकर देश के कई राज्यों में चुनाव की रणनीति बना चुके इलेक्शन गुरु एवं इलेक्शन स्ट्रैटेजिस्ट के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर ने ट्वीट करके कहा कि भाजपा बंगाल चुनाव में दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पायेगी. यदि उसने बेहतर प्रदर्शन किया, तो वह अपनी दुकान बंद कर देंगे.
अर्थात् अगर भाजपा ने उनके दावे के विपरीत बेहतर प्रदर्शन किया, तो वह अपना काम छोड़ देंगे. इसके तुरंत बाद बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा, ‘भाजपा की बंगाल में जो सुनामी चल रही हैं, सरकार बनने के बाद इस देश को एक चुनाव रणनीतिकार खोना पड़ेगा.’
पश्चिम बंगाल में आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की दो दिन की यात्रा के समापन के अगले दिन सुह-सुबह प्रशांत किशोर ने ट्वीट करके कहा कि भाजपा के मददगार मीडिया घरानों ने उसके पक्ष में हवा बना रखी है. सच्चाई इसके विपरीत है. भाजपा दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पायेगी.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव और वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में अपनी रणनीति का लोहा मनवा चुके प्रशांत किशोर बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के लिए तृणमूल कांग्रेस की रणनीति बना रहे हैं. उनकी कार्यशैली से तृणमूल में लगातार असंतोष बढ़ा है और पार्टी के कई समर्पित नेता दूसरे दल में शामिल हो गये हैं.
तृणमूल नेताओं के लगातार हो रहे पलायन से बंगाल की मुख्यमंत्री एवं पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी सकते में हैं. उन्होंने पीके को स्थिति को संभालने के निर्देश दिये हैं. ममता बनर्जी ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि प्रशांत ने स्थिति को समय रहते नहीं संभाला, तो वह (ममता बनर्जी) अंतिम फैसला लेंगी. संदेश साफ है, प्रशांत से जिम्मेदारी वापस ली जा सकती है.
Posted By : Mithilesh Jha