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ममता बनर्जी ने बोलपुर यात्रा से पहले अमर्त्य सेन को लिखी चिट्ठी, कहा, बंगाल के महापुरुषों का अपमान बर्दाश्त नहीं

tmc chief mamata banerjee apologised from amartya sen before bolpur visit, said, west bengal will not tolerate insult of great personalities: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन से माफी मांगी है और कहा है कि विश्व भारती विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने 28 एवं 29 दिसंबर को उनकी बोलपुर यात्रा के दौरान उनसे समय मांगा है. ममता बनर्जी ने शुक्रवार को नोबेल विजेता अमर्त्य सेन को एक पत्र लिखकर उनके प्रति अपना समर्थन जताया.

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन से माफी मांगी है. ममता बनर्जी ने शुक्रवार को नोबेल विजेता अमर्त्य सेन को एक पत्र लिखकर उनके प्रति अपना समर्थन जताया. कहा है कि विश्व भारती विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने 28 एवं 29 दिसंबर को उनकी बोलपुर यात्रा के दौरान उनसे समय मांगा है. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि विश्वविद्यालय की ओर से विश्व भारती के शताब्दी समारोह के लिए उन्हें किसी ने आमंत्रित किया.

नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन की शांतिनिकेतन स्थित संपत्ति को लेकर उत्पन्न विवाद पर मुख्यमंत्री ने उनसे माफी मांगी है. कहा है कि अमर्त्य सेन को भाजपा विरोधी रुख रखने की वजह से निशाना बनाया जा रहा है. मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक, विश्वविद्यालय ने दावा किया है कि सेन ने गैरकानूनी तरीके से शांतिनिकेतन की उस जमीन पर कब्जा किया है, जिस पर उनका घर ‘प्रतिची’ बना हुआ है.

ममता बनर्जी ने कहा, ‘अमर्त्य दा के प्रति मेरे मन में अगाध सम्मान है. क्या आप विश्वास कर सकते हैं कि अमर्त्य सेन जमीन पर कब्जा कर सकते हैं? मैं बंगाल की तरफ से अमर्त्य दा से माफी मांगती हूं.’ मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा नेताओं ने उनके खिलाफ कई बार आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है.

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नहीं, मुझे याद नहीं आता कि मुझे कार्यक्रम के लिए कोई न्योता मिला हो. हालांकि, मैंने ट्विटर पर पोस्ट किया कि विश्वभारती स्थापना के 100 साल पूरे होने पर गर्व की अनुभूति करा रहा है.

Mamata Banerjee, Chief Minister, West Bengal

अमर्त्य का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा बंगाल

ममता ने कहा, ‘अगर वे (भाजपा) सोचते हैं कि अमर्त्य सेन जैसी बंगाल की महान हस्तियों का अपमान कर सकते हैं, जैसा कि मेरा अपमान करते हैं, तो वे गलत हैं. राज्य के लोग इसे स्वीकार नहीं करेंगे.’ ममता बनर्जी ने कहा कि वह अमर्त्य सेन के अपमान के खिलाफ 29 दिसंबर को बोलपुर रैली में विरोध व्यक्त करेंगी. उन्होंने राज्य के बुद्धिजीवियों से भी ऐसा ही करने का आह्वान किया.

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं जानना चाहती हूं कि कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से जारी प्रोटोकॉल के साथ विरासत पौष मेले का आयोजन क्यों नहीं किया गया? इसके पीछे कौन है?’ ममता बनर्जी ने कहा कि जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, वे कभी भी इस 100 साल पुरानी संस्था की गौरवमयी परपंरा को ‘अस्थिर’ नहीं कर सकेंगे.

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उन्होंने (विश्व भारती के अधिकारियों ने) मुझे संदेश भेजकर 28 और 29 दिसंबर को मेरे बोलपुर दौरे के दौरान कुछ समय देने का अनुरोध किया. मैंने उनसे कहा कि डेढ़ दिन के दौरे में मेरे पांच से छह कार्यक्रम हैं. लेकिन नहीं, उन्होंने शताब्दी समारोह के लिए मुझे आमंत्रित नहीं किया था.

Mamata Banerjee, Chief Minister, West Bengal

इतिहास बदलने की कोशिश कर रही भाजपा

भाजपा पर ‘इतिहास बदलने’ का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पार्टी के एक नेता ने कहा कि रवींद्र नाथ टैगोर का जन्म शांतिनिकेतन में हुआ था, उनको कोई जानकारी नहीं है कि टैगोर का जन्म कोलकाता के जोरासंको में हुआ था और कई साल बाद उन्होंने शांतिनिकेतन की स्थापना की थी. भाजपा इतिहास और भूगोल बदल रही है.’

अमर्त्य दा के प्रति मेरे मन में अगाध सम्मान है. क्या आप विश्वास कर सकते हैं कि अमर्त्य सेन जमीन पर कब्जा कर सकते हैं? मैं बंगाल की तरफ से अमर्त्य दा से माफी मांगती हूं.

Mamata Banerjee, Chief Minister, West Bengal

विश्व भारती विश्वविद्यालय के प्रमुख पर ममता के गंभीर आरोप

ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि रवींद्रनाथ टैगोर की विरासत को आगे ले जाने में केंद्रीय विश्वविद्यालय के मौजूदा कर्ता-धर्ता ‘अनिवार्य भूमिका’ नहीं निभा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘नहीं, मुझे याद नहीं आता कि मुझे कार्यक्रम के लिए कोई न्योता मिला हो. हालांकि, मैंने ट्विटर पर पोस्ट किया कि विश्वभारती स्थापना के 100 साल पूरे होने पर गर्व की अनुभूति करा रहा है. उन्होंने (विश्व भारती के अधिकारियों ने) मुझे संदेश भेजकर 28 और 29 दिसंबर को मेरे बोलपुर दौरे के दौरान कुछ समय देने का अनुरोध किया. मैंने उनसे कहा कि डेढ़ दिन के दौरे में मेरे पांच से छह कार्यक्रम हैं. लेकिन नहीं, उन्होंने शताब्दी समारोह के लिए मुझे आमंत्रित नहीं किया था.’

Posted By : Mithilesh Jha

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