पश्चिम बंगाल के कोलकाता में लगभग 572 दिनों से मेयो रोड (गांधी प्रतिमा के सामने) धरना आंदोलन कर रहे एसएससी अभ्यर्थियों को शनिवार को धरने से हटने के लिए कहा गया है. चूंकि शनिवार को रेड रोड पर पूजा कार्निवल है और वीआईपी लोगों की सुरक्षा को देखते हुए मैदान पुलिस की ओर से एसएससी अभ्यर्थियों को वहां से हटने के लिए कहा गया है. इन अभ्यर्थियों से मिलने के लिए भाजपा नेता भारती घोष भी पहुंची. उन्होंने एसएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन का समर्थन किया.
कल रेड रोड में है दुर्गा पूजा कार्निवल
शनिवार को रेड रोड में दुर्गा पूजा कार्निवल है. पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को पूजा समिति के सदस्यों से इस बारे में बात की. खबर है कि नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को पुलिस ने कल रेड रोड पर कार्निवल के आयोजन को लेकर धरने पर नहीं बैठने का आदेश दिया है. सुरक्षा कारणों से मैदान थाना पुलिस ने उनको धरने पर नहीं बैठने का आदेश दिया है. यह इलाका संवेदनशील है. शनिवार के कार्निवाल की तैयारियां चरम पर पहुंच गयी हैं. भीड़भाड़ होगी. कई पूजा समितियां कार्निवाल में शामिल होंगी, दर्शक होंगे, इसलिए यहां हाई सिक्योरिटी जोन के तौर पर बैठने के लिए मना कर दिया गया है.
एसएससी नौकरी प्रार्थी 572 दिन से बैठे है धरना पर
उल्लेखनीय है कि एसएससी ( 9वीं से 12वीं श्रेणी) (एसएलएसटी) नौकरी प्रार्थी के आंदोलन को 572 दिन हो गये हैं लेकिन अब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं निकला है. शुक्रवार को इनमें से एक महिला अभ्यर्थी की तबीयत खराब हो गयी. उसे अस्पताल ले जाया गया. इन अभ्यर्थियों का कहना है कि शनिवार को होने वाले कार्निवाल के मंच से या अपने मंच पर आकर मुख्यमंत्री उनको पक्का आश्वासन दें कि उनकी नौकरी हो जायेगी या उनको नियुक्ति पत्र दे दिया जायेगा. इसके बाद वे अपना आंदोलन वापस ले लेंगे.
एसएससी अभ्यर्थी काफी निराश हो चुके है
नियुक्ति की मांग को लेकर इन एसएससी अभ्यर्थियों का आंदोलन लंबे समय से चल रहा है . दुर्गा पूजा के दौरान, भी इन अभ्यर्थियों ने सड़क पर ही समय काटा. गुरुवार को दशमी के दिन वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने उनसे मुलाकात की. उन्होंने वहां आंदोलनकारियों के साथ खड़े होने का आश्वासन दिया. पूजा के बीच सीपीएम के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम और सेव डेमोक्रेसी के फैकल्टी सदस्यों ने उनसे भेंट की और प्रदर्शनकारियों से बात की. शनिवार को धरने से हटने के आदेश के बाद एसएससी अभ्यर्थी काफी निराश हैं.
रिपोर्ट : भारती जैनानी