कोलकाता: चेहरा व नाम बदलकर 7 राज्यों में छिपकर पुलिस को चकमा दे रहे शातिर अपहर्ता विमल शर्मा को आखिरकार कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) ने गिरफ्तार कर ही लिया. कोलकाता पुलिस ने विमल को गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद (Ahmedabad) शहर से गिरफ्तार किया है. विमल पर मध्य कोलकाता के बड़ाबाजार के स्वर्ण व्यवसायी शांतिलाल वैद्य का अपहरण कर भवानीपुर इलाके में उनका कत्ल करने का आरोप है.
व्यापारी की हत्या के बाद 25 लाख रुपये लेकर हो गया था फरार
बड़ाबाजार के स्वर्ण व्यवसायी शांतिलाल वैद्य (66) का अपहरण कर भवानीपुर इलाके में एक गेस्ट हाउस में उनकी हत्या करने के बाद परिवार के सदस्यों से 25 लाख रुपये फिरौती की रकम लेकर फरार हुए आरोपी को बुधवार सुबह गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया. दबोचे गये आरोपी का नाम विमल शर्मा, उर्फ आरव शर्मा उर्फ शिवम सागर, उर्फ वीर शर्मा उर्फ वीर सर उर्फ राहुल (29) है.
6.50 लाख रुपये बरामद
उसके पास से 6.50 लाख रुपये बरामद किये गये हैं. गुजरात पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) की मदद से आरोपी को लालबाजार की होमीसाइड शाखा की टीम ने गिरफ्तार किया. वह अहमदाबाद में वीर शर्मा के नाम से छिपा हुआ था. उसे अहमदाबाद अदालत में पेश करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाया जा रहा है.
गुजरात से हुई व्यापारी के हत्यारे की गिरफ्तारी
कोलकाता पुलिस ने बुधवार को बताया कि गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार आरोपी विमल शर्मा काफी शातिर है. 14 फरवरी 2020 को भवानीपुर इलाके में व्यवसायी की हत्या करने के बाद वह ट्रेन से सीधे ओड़िशा के कटक पहुंचा था. वहां दो दिन तक रहा. पुलिस उसकी तलाश में कटक पहुंची, तो विमल वहां से भाग कर आंध्रप्रदेश चला गया. उसकी तलाश में पुलिस आंध्रप्रदेश पहुंची, तो उसने छत्तीसगढ़ में गुप्त ठिकाना बना लिया. इसी तरह मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से भागकर अहमदाबाद में एक होटल में जा छिपा था. यहीं से उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
अलग राज्य में अलग हुलिया बना लेता था विमल
कोलकाता पुलिस के सीपी विनीत गोयल ने बताया कि आरोपी प्रत्येक राज्य में अलग हुलिया के साथ प्रवेश करता था. वह वारदात के बाद पिछले 15 दिनों में 7 राज्यों में 7 अलग हुलिये के साथ पहुंचा था. आरोपी इतना शातिर था कि वह बदले गये नाम के साथ फर्जी आधार कार्ड बनाकर होटल व गेस्ट हाउस में ठहरता था, जिससे पुलिस को उस पर तनिक भी संदेह न हो. हालांकि, आरोपी गलती से हर जगह सीसीटीवी कैमरे की नजरों से खुद को नहीं बचा पाया. जब वह वीर शर्मा नाम के साथ अहमदाबाद पहुंचा, तब पुलिस को उसकी मौजूदगी की खबर मिल गयी और अंतत: वह दबोचा गया.
प्री एक्टिवेटेड सिमकार्ड से परिचितों से करता था संपर्क
पुलिस को प्राथमिक जांच में पता चला कि आरोपी प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड की मदद से परिचितों से फोन पर बातें करता था, जिससे पुलिस को उसके बारे में कोई भी जानकारी न मिल सके. इसके अलावा गंतव्य स्थल में होटल या गेस्ट हाउस में जाने के दौरान ऑटो चालक या फिर बस के कंडक्टर से फोन मांग कर भी वह बातें करता था. अब तक की जांच में पुलिस यह निश्चित हो गयी है कि उसने अकेले ही इस वारदात को अंजाम दिया है.
दिल्ली पुलिस के पास चीटर के नाम से वांटेड है आरोपी
श्री गोयल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि वह मूलत: पूर्वी दिल्ली के शहादरा स्थित आर ब्लॉक चौक का रहने वाला है. वहां वह शेयर ट्रेडिंग कंपनी में काम करता था. वहां मोटी रकम ठगने के बाद वहां से फरार हो गया. सिर्फ अपनी कंपनी में ही नहीं, आरोपी दिल्ली में और भी कई लोगों ठग चुका है. दिल्ली पुलिस में उसके खिलाफ ठगी का एक मामला भी दर्ज है. दिल्ली पुलिस चीटर के नाम पर उसे ढूंढ़ रही थी. इस बीच, कोलकाता में उसने इस जघन्य वारदात को अंजाम दे दिया. कोलकाता लाकर उससे पूछताछ में और भी अहम खुलासे होने की उम्मीद जतायी जा रही है.
Posted By: Mithilesh Jha