कोलकाता : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 से पहले एक अहम घटनाक्रम में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बुधवार को राजभवन जाकर महामहिम जगदीप धनखड़ से मुलाकात की. मुलाकात में किन विषयों पर बात हुई, यह तो पता नहीं चल पाया है, लेकिन राज्यपाल ने एक ट्वीट किया. थोड़ी ही देर में उसे डिलीट कर दिया. और फिर एक नया ट्वीट किया.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच विवाद पूरी दुनिया जानती है. कई मुद्दों पर दोनों आमने-सामने हो चुके हैं. लंबे अरसे बाद बुधवार को ममता बनर्जी ने राजभवन जाकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद राज्यपाल ने नववर्ष पर एक ट्वीट किया और फिर उसे डिलीट भी कर दिया.
पिछली बार 17 फरवरी, 2020 को ममता बनर्जी राजभवन गयीं थीं. इसके 320 दिन बाद राज्यपाल और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की राजभवन में मुलाकात हुई. ममता बनर्जी के राजभवन से बाहर आने के थोड़ी ही देर बाद राज्यपाल ने एक ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि दोनों के बीच नये साल की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान हुआ. कुछ ही देर बाद इस ट्वीट को डिलीट करके एक नया ट्वीट किया गया.
नये ट्वीट में राज्यपाल श्री धनखड़ ने लिखा, ‘मुख्यमंत्री राजभवन में आयीं. मैंने सपत्नीक उन्हें नववर्ष की शुभकामनाएं दीं.’ उधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राजभवन क्यों गयीं थीं, इस बारे में कुछ भी नहीं कहा. उन्होंने सिर्फ अपनी गाड़ी का शीशा नीचे किया और हाथ हिलाते हुए चली गयीं.
बुधवार की शाम को करीब सवा पांच बजे ममता बनर्जी राजभवन गयीं. करीब एक घंटा तक वहां रहीं. पश्चिम बंगाल के सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल को नये साल की शुभकामना देने के लिए ममता बनर्जी राजभवन गयीं थीं. नबान्न से निकला मुख्यमंत्री का काफिला असेंबली गेट से राजभवन में दाखिल हुआ और मुलाकात के बाद एस्प्लानेड ईस्ट गेट से बाहर निकला.
इस मुलाकात के बारे में राजभवन से भी देर शाम तक कोई जानकारी नहीं दी गयी. उल्लेखनीय है कि 29 दिसंबर, 2020 को ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ को हटाने की मांग की थी. उसके बाद राज्यपाल ममता बनर्जी सरकार के प्रति और आक्रामक हो गये थे.
बुधवार सुबह पूर्वी मेदिनीपुर के तमलूक स्थित वर्गभीमा के मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए राज्यपाल ने राज्य सरकार को कठघड़े में खड़ा किया था. इसके बाद तृणमूल भवन में संवाददाता सम्मेलन बुलाकर पार्टी की सांसद काकली घोष दस्तीदार ने राजभवन को ‘भाजपा का ऑफिस’ करार दिया था.
Posted By : Mithilesh Jha