कोलकाता : हमारे देश को स्वतंत्रता आज से 72 साल पहले मिली. पर आज के स्वाधीन भारत में लोकतंत्र नहीं रह गया है. आज देश में धर्म के नाम पर राजनीति हो रही है. ऐसी राजनीति के लिए बंगाल में जगह नहीं है, यह इस प्रांत में नहीं चलेगी. ये बातें सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आउट्राम घाट पर गंगासागर मेला संयुक्त सेवा शिविर में आयोजित कार्यक्रम में कहीं.
मुख्यमंत्री ने मंच से दक्षिण 24 परगना के गंगासागर तीर्थक्षेत्र और यहां काशीपुर में दमकल केंद्र का उदघाटन किया. कार्यक्रम में सबसे पहले मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. फिर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बंगाल में धर्म की राजनीति नहीं होती. यह स्वामी विवेकानंद व कविगुरु रबींद्रनाथ टैगोर की धरती है, जहां हम सभी धर्म के मनीषियों व आम लोगों का सम्मान करते हैं.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कोविड-19 के दौर में राज्य सरकार ई-स्नान को बढ़ावा देना चाहती है. हम मेला बंद नहीं कर रहे. इसलिए जो लोग आना चाहें, उन्हें हम रोकना नहीं चाहते. पर हमारी सरकार की भक्तों से अपील है कि वे इस बार घर से ही गंगासागर ई-स्नान करें. आप अपने घर पर सागर का पवित्र जल व प्रसाद मंगा सकते हैं.
गंगासागर मेला क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं का विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगासागर मेला क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं का विकास राज्य सरकार ने किया है. इसके लिए केंद्र सरकार ने कोई राशि नहीं दी है. गंगासागर एकमात्र ऐसा मेला है, जहां नदी पार कर जाना पड़ता है. यह सड़क मार्ग या रेलमार्ग से जुड़ा नहीं है.
बावजूद इसके राज्य सरकार ने यहां ऐसी आधारभूत सुविधाएं विकसित की हैं, जिससे लाखों भक्त बिना किसी समस्या के आते-जाते हैं. मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष गंगासागर में 50 लाख पुण्यार्थी पहुंचे थे. कार्यक्रम में सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय, शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम, दमकल मंत्री सुजीत बोस सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे.
Posted By : Mithilesh Jha