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मकर संक्रांति पर 5 लाख से अधिक लोगों ने सागर में लगायी डुबकी, 54,000 ने किया ई-स्नान, 5 कोरोना संक्रमित मिले

वैश्विक महामारी कोरोना के चलते गंगासागर मेला 2021 में इस बार कम श्रद्धालु पहुंचे. फिर भी 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने सागर में पवित्र स्नान किया. मंगलवार तक यहां पहुंचे 2 लाख श्रद्धालुओं में 5 कोरोना से संक्रमित पाये गये थे.

सागर द्वीप से नम्रता पांडे : वैश्विक महामारी कोरोना के चलते गंगासागर मेला 2021 में इस बार कम श्रद्धालु पहुंचे. फिर भी 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने सागर में पवित्र स्नान किया. सुबह तक बहुत कम लोग पहुंचे थे, लेकिन 8 बजे के बाद धीरे-धीरे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी. मंगलवार तक यहां पहुंचे 2 लाख श्रद्धालुओं में 5 कोरोना से संक्रमित पाये गये थे.

दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन ने गुरुवार को यह जानकारी दी. बताया गया कि भीड़ से बचने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा किये गये ई-स्नान प्रबंध के तहत देश भर के कम से कम 54,000 लोगों ने बंगाल की खाड़ी में गंगा के संगम वाले स्थल का पवित्र जल प्राप्त किया है.

राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि ई-स्नान सुविधा को बढ़ावा देने के लिए सरकार देश के किसी भी हिस्से में रह रहे व्यक्ति को 150 रुपये के मामूली शुल्क पर पवित्र जल एवं प्रसाद भेज रही है.

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उन्होंने कहा, ‘अब तक, देश के विभिन्न हिस्सों में 54,000 लोगों ने अपने घरों पर ही गंगा के बंगाल की खाड़ी के संगम स्थल का पवित्र जल प्राप्त किया है.’ हर साल देश भर से लाखों श्रद्धालु मकर संक्राति के मौके पर पवित्र डुबकी लगाने के लिए सागर द्वीप पहुंचते हैं.

सागर द्वीप पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से करीब 130 किलोमीटर दूर स्थित है. श्रद्धालु गंगासागर मेले के दौरान कपिल मुनि के मंदिर में प्रार्थना भी करते हैं. यह मेला कुंभ मेले के बाद दूसरा सबसे बड़ा समागम माना जाता है.

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2 लाख श्रद्धालुओं में 5 कोरोना संक्रमित मिले

कैलेंडर के अनुसार, इस साल 14 जनवरी को प्रात: छह बजकर दो मिनट से लेकर अगले 24 घंटे तक पवित्र डुबकी लगाने का समय तय किया गया है. मंत्री ने कहा कि इस साल 12 जनवरी तक दो लाख श्रद्धालु पहुंच चुके थे, जिनमें से 5 कोरोना से संक्रमित पाये गये.

सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त इंतजाम किया है कि तीर्थयात्री कोरोना नियमों का पालन करें और पवित्र डुबकी और कपिल मुनि मंदिर में प्रार्थना के उपरांत सुरक्षित लौटें.

Posted By : Mithilesh Jha

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