कोलकाता (नवीन कुमार राय) : पश्चिम बंगाल विधानसभा का हाई वोल्टेज चुनाव आने वाला है. एक तरफ ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस सत्ता बरकरार रखने के लिए संघर्ष कर रही है, तो दूसरी ओर बंगाल में 200 सीटें जीतने के लिए भाजपा दहाड़ रही है. इस बीच, कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन ने भी फरवरी में शक्ति प्रदर्शन का मन बना लिया है.
माकपा नेता सूर्यकांत मिश्रा तृणमूल नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे (भाईपो) सांसद अभिषेक बनर्जी पर हमलावर हैं. उनका साथ दे रहे हैं अधीर रंजन चौधरी. दोनों के निशाने पर ममता बनर्जी हैं. कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन आरोप लगा रहा है कि भाजपा को बंगाल में लाने के लिए तृणमूल जिम्मेदार है.
हालांकि, दमदम से तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने कहा है कि तृणमूल कभी भाजपा को नहीं लायी. अटल बिहारी वाजपेयी को पश्चिम बंगाल के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में वामपंथी लाये थे. उत्तेजित होने से पहले अपनी टीम को ठीक करें. वाम-कांग्रेस गठबंधन विधानसभा चुनाव में अपनी उपस्थिति और शक्ति दिखाने के लिए ब्रिगेड परेड ग्राउंड में संयुक्त रैली पर विचार कर रहा है.
बढ़ रही है चुनावी गतिविधियां
विधानसभा चुनाव 2021 में दोनों पार्टियां मिलकर मैदान-ए-जंग में कूद चुकी है. वाम-कांग्रेस पहले से ही राज्य भर में संयुक्त कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी चुनावी गतिविधियों को आगे बढ़ा रही है. इस बार गठबंधन को और एकजुट करने के लिए कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक संयुक्त रैली पर विचार चल रहा है.
कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन दिखायेगा ताकत
अगर सब ठीक रहा, तो कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन फरवरी में आखिरी रविवार को ब्रिगेड में रैली का आयोजन करेगा. विधानसभा चुनावों से पहले, मोर्चा के प्रमुख सहयोगी माकपा ने अपनी ताकत दिखाने के लिए राज्य में सभी स्तरों पर कार्यकर्ताओं को ऑक्सीजन देने के लिए रैलियां करने का फैसला किया है. अन्य आठ भागीदारों ने भी उस निर्णय पर सहमति दे दी है.
26 फरवरी को ब्रिगेड में कांग्रेस-वाम गठबंधन की रैली
वामदलों को ऐसा लग रहा था कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 की अधिसूचना फरवरी के अंत में या मार्च में जारी हो सकती है. लेकिन, अब उन्हें मालूम हो चुका है कि विधानसभा चुनावों का कार्यक्रम मार्च के शुरू में जारी किया जायेगा. इसलिए, 26 फरवरी को ब्रिगेड में रैली की जा सकती है.
Posted By : Mithilesh Jha